गरीबी के लक्षण और आदतें जो बताते है, कि व्यक्ति की परवरिश गरीबी से हुयी है .उन लोगों की परवरिश जब आर्थिक संकटों और गरीबी के हालातों में होती है। ऐसे में वह वह हालात और परिस्थितियां तो गुजर जाती है, पर लोग उन यादो को और बचपन की कुछ आदतों कभी नहीं भूला पाते। बचपन में किया संघर्ष उन्हें अमीर होने के बाद भी एक छाप छोड़ कर जाता है और वह आदतें व्यक्ति चाह कर भी नहीं त्याग पाते। 

बड़े दुर्भाग्य की बात है कि हर व्यक्ति का बचपन अच्छे हालातों में नहीं गुज़रता भारत जैसे देश में गरीबी एक ऐसा मर्ज बना हुआ है जो देश की आदी से ज्यादा आबादी को ग्रसित करता है। इसीलिये यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर व्यक्ति पैसे वाला नहीं होता और जिनके पास पैसे नहीं होते और वह परिवार गहरे अर्थिक संकट से जूझते है। ऐसे में इन परिवारों के बच्चे बेहद तंग हालातों में और गरीबी के साथ अपना जीवन व्यतित करते है। उन्हें अन्य के एक दाने दाने की कीमत होती है। उन्हें भूख का असली दर्द पता होता है। 

तो दोस्तों आज हम आपको कुछ ऐसे ही इंसानों के बारे में और कुछ ऐसी आदतों के बारे में बतायेंगे जिनसे आप आसानी से पता लगा पायेंगे कि उस व्यक्ति की परवरिश गरीब हालातों में हुयी थी या अमीर। मित्रों ¡गरीब होना कोई पाप नहीं है दुनिया का हर व्यक्ति पहले गरीब होता है अमीर होने से पहले।  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

1)खाने की चिंता करते है, और पहली प्राथमिकता देते हैं :

खाने की चिंता सभी करते है और प्राथमिकता भी देते है परंतु ऐसे लोग जिनकी परवरिश गरीबी की स्थिति में हुयी होती है। वह लोग खाने के प्रति ज्यादा चिंतित प्रतीत होते हैं। जब घर में कोई मेहमान आते है उन्हें खाने की चिंता होती है। या जब दोस्तों के साथ वह खाने की बर्बादी देखते है तो वे लोग बहुत ही बुरा महसूस करते हैं।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • प्लेट में खाना कितना भी हो वह उसको बर्बाद नहीं छोड़ते। भले ही पेट भर जाए पर वह खाने को पूरा खाते है, क्युकी उन्हें असल मायने में भोजन की क़ीमत पता होती है। 
  • ज्यादा स्वादिष्ट पकवान को बचाकर बाद(आखिरी) में खाते है। भले ही वह एक ही प्लेट में क्यु ना हो। 
  • खाना ज्यादा बन जाने पर काफ़ी दिनों तक उसको फ्रिज में बचा के रखते है। भले ही वह खराब हो जाता है आखिरी तक। ऐसे लोग खाने को किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं कर सकते। 

2) कुछ भी फिजूल नहीं खरीदते :

ऐसे लोग काफ़ी सोच समझकर खरीदारी करते हैं। उन्हें ख़रीदारी करते समय बहुत समस्या होती है। वह सबसे सही और ज्यादा से ज्यादा जरूरत को पूरा करे ऐसी चीज खरीदना चाहते हैं। ऐसे लोग अक्सर अपनी खरीदारी को स्थगित कर देते है और जब तक उन्हें अपने अनुसार वस्तु नहीं मिलती तब तक वह इंतजार कर लेते हैं। उदाहरण के लिए :  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • आप कई दिनों से एक टीबी खरीदना चाहते हैं और आपको लगता है कि उसके लिए दुकानदार सही पैसे नहीं लगा रहा है हालांकि आपके पास पर्याप्त से अधिक पैसे है पर फिर भी आप उस सौदे को टालते जा रहे हैं। 
  • कई बार आपको आपकी जरूरत का सामान खरीदना होता है, परंतु आप कई दिनों तक उसके बिना भी काम चला लेते हैं। 

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3) अपने काम के सामने अपने स्वास्थ को नजरअंदाज करते हैं :

उन्हें पता होता है, कि पैसे कमाने का मौका दुनिया में हर किसी को नहीं मिलता और वह कितना भी कमाने के बावजूद भी खुद को पैसे कमाने से दूर नहीं कर पाते। ऐसे लोगों को चिंता रहती है कि आज उनके पास काम है कल नहीं हुआ तो और इसलिए वह अपने स्वास्थ की फ़िकर भी नहीं करते और अपने काम के मग्न रहते हैं। कई बार उन्हें इसकी बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ती है। स्वास्थ को नजरअंदाज करना किसी भी व्यक्ति को बहुत महँगा पड़ सकता है।  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

 उदहारण के लिए – दिल्ली के करोल बाग में शर्मा जी रहते है। ईश्वर की कृपा से उनके पास पर्याप्त से भी अधिक पैसा है। और अब उनके बच्चों ने उनका काम काज सम्भाल लिया है। परंतु शर्मा जी की एक आदत है कि वह अभी भी पैसे कमाने के लिए किसी भी स्तर का काम कर लेते हैं।

 उन्हें मौका मिलता है तो वह अपनी साइकिल से पेपर डालने का काम भी कर लेते हैं। अब ऐसी स्थिति में उनके बच्चे उनसे कितना भी नाराज होते है डॉक्टर द्वारा उन्हें सक्त आराम की सलाह दी गयी है परंतु शर्मा जी अभी भी पैसे कमाने के कई रास्ते खोजते है जो कि उनके लिए हानिकारक सिद्ध हो रहा है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

दुनिया में कई शर्मा जी है और शर्मा जी ही नहीं ब्लकि कई और लोग भी पैसे कमाने के लिए किसी भी हद तक जाते हैं। 

  • ऐसे लोग अपने काम से छुट्टियां नहीं लेते और स्वास्थ खराब होते हुए भी काम करते है। हालाकि उनके पास उनके बैंक अकाउंट में पर्याप्त धन होता है। 
  • उन्हें हमेशा अपने काम को खोने का डर सताता रहता है। 
  • उनकी अस्ल योजना सिर्फ पैसे कमाने की होती है काम कैसा है? क्या है? यह बात उनके लिए ना कर बराबर मायने रखती है। 

4) अपनी चीजों को पकड़कर रखते हैं :  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

गरीबी के लक्षण और आदतें
© piqsels© Pxfuel






ग़रीबी में बचपन गुजारने वाले लोगों के कुछ आदतों और हरकतों को अमीर लोग और दुकानदार बड़ी आसानी से समझ जाते हैं। आप जिस तरह से चलते हैं, बात करते हैं, इशारे करते हैं, खाते हैं, और यहां तक ​​कि आपके कॉफी कप को पकड़ने का अंदाज भी आपके जीवन के बारे में बहुत कुछ बता सकता हैं।  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • एक बहुत बड़े फिल्मी सितारे का इंटरव्यू लिया जा रहा था और उस समय उनके लिए वहां कॉफी का प्रबंध किया गया। कॉफी पीते पीते उस अभिनेता ने होस्ट से अचानक से कहा कि आपकी पैदाइश किसी गरीब परिवार में हुयी है या आपकी परवरिश गरीबी में हुयी है। इस बात पर स्टूडियो में बैठने वाले सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए उसके बाद शो का होस्ट बड़ी शालीनता से अपनी आँखों में आशु भर कर बोला हाँ बिल्कुल सही कहा आपने पर आप मेरे बारे में कैसे जानते है?

 तो अभिनेता ने कहा हम दोनों लोगों की परवरिश ही गरीब घरों में हुयी है क्योंकि हम दोनों के कॉफी कप को पकड़ने का अंदाज एक जैसा है। हम दोनों ने कप को पूरी तरह मजबूती से पकड़ा है, क्युकी हमे चीजों की कीमत पता है। हमे पता है, कि एक बार कोई नुकसान होने पर उसका खामियाजा उठाना कितना मुश्किल होता है। यह बात सुनकर स्टूडियो में बैठे कई लोगों की आँखें नम हो गयी।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

5) किसी चमत्कार का इंतजार करते हैं :

ऐसे लोग जिनके पास पैसे की कोई कमी या समस्या नहीं होती वो सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए जुआ या लोटरी पर दाब आजमाते है।बेशक वो लोग भी जब हारते है तो उन्हें तकलीफ होती है या जीतते है तो खुशी होती है। परंतु वह लोग जिन्हें हकीकत में उसकी जरूरत है, उन्हें ही जुनून और चमत्कार के बीच का अन्तर पता होता है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • एक समय था जब में बेघर हुआ करता था। मेरे पास कोई घर नहीं था स्टेशन पर सो कर रात गुज़रती थी। पर आज परिस्थित अलग है आज मेरे पास खुद का घर है गाड़ी है बैंक में अच्छी खासी जमा पूँजी है। 

और महीने की कमाई भी इतनी अधिक है कि में खूब खर्चा करू तो उसका सिर्फ 4% हिस्सा ही खर्च कर पाता हू। पर में आज भी अपने पैसों से lottery ticket खरीद लेता हू ।हालांकि मेरा वह पैसा बर्बाद ही जाता है पर फिर भी मैं अपनी इस आदत को कभी नहीं छोड़ पाता।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

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6) हर काम खुद से करना चाहते हैं :

आप आसानी से ऐसे लोगों को चिन्हित कर सकते हैं जिन्होंने आर्थिक संकट में अपना बचपना गुजारा है। ऐसे लोग हर काम खुद से करने का अनोखा हुनर जानते है। और उन्हें टपकते हुए नल को ठीक करना हो या लाइट के स्विच वे लोग खुद ही अपने काम को करना लाजमी समझते है। और उनकी यह आदतें कितने भी अमीर होने पर नहीं छूट पाती है। वह लोग अक्सर हर काम को खुद करते है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • हाल ही में हुयी शादी के बाद हम नये घर में आए है। मैंने अपनी पत्नी से सुई धागा माँगा मैंने उससे कहा कि सुई धागा कहा रखा है? 

पत्नी ने जबाब दिया – आखिर तुम्हें क्यु चाहिए सुई धागा? 

मैंने कहा – मुझे अपने मौजे (socks) सिलने है ।

पत्नी ने कहा – उन्हें बाहर फेंक दो और खुद की बेज्जती मत करो। 

में जानता हू मेरी पत्नि की परवरिश एक रहीश परिवार में हुयी है उसके लिए पैसों की कभी कोई कमी नहीं थी। उसको गरीब लोगों की आदतों और जीवन के बारे में कुछ भी पता नहीं है। और मुझे ये बिल्कुल भी नहीं पता कि में उसे कैसे समझा सकता हू की फटे हुए मोजे को सील कर वापस ईस्तेमाल करने लायक बनाया जा सकता है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

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7) कुछ भी फेंकना नहीं चाहते :

ऐसे लोग जो पैसे की क़ीमत अच्छे से जानते है। वह कभी भी अपनी खरीदी हुयी चीजों को फेंकना नहीं चाहते भले ही वह बहुत पुरानी या ईस्तेमाल करने लायक ना हो वह लोग फिर भी ऐसी चीजों को सम्भाल कर रखते हैं। 

  • मेरे पास एक पुराना फोन है जो अक्सर बंद हो जाता है ठीक से काम भी नहीं करता पर उसको फेंकने की जगह में आज भी उसका ईस्तेमाल कॉल करने के लिए कर लेता हू। हालांकि मेरे पास एक काफी अच्छा फोन है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)
  • मेरे घर का पुराना फर्निचर निकाला गया और वह आज तक पिछले कमरे में सुरक्षित रखा हुआ है मुझे लगता है किसी ने भी उसको खरीदने की सही कीमत नहीं लगायी। 

8) पैसे बर्बाद करने की जगह समय को बर्बाद करना उचित समझते है:

गरीबी के लक्षण और आदतें
© Svetlov Artem / wikimedia






इस तरह के लोगों एक बहुत ही आम आदत होती है। ऐसे लोग समय को बर्बाद कर सकते है पर पैसे को नहीं। गरीबी की सबसे विशिष्ट विशेषताओं में से एक यह सोचना है कि पैसा समय से अधिक मूल्यवान है।  नतीजतन, लोग टैक्सी बुलाने के बजाय बस स्टॉप पर रुकते हैं, सस्ते उत्पादों, प्रचार और छूट की तलाश में घंटों बिताते हैं, और पैसे बचाने के लिए रसोई में पूरे सप्ताहांत बिताते हैं।  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

 जब मैं अपने अपार्टमेंट के लिए फर्नीचर खरीद रहा था, तो मुझे $ 20 के अंतर के कारण नुकसान उठाना पड़ा।  यह इस तरह दिखता था, “मुझे यह कुर्सी अधिक पसंद है, लेकिन यह $ 20 अधिक महंगी है।”  मैंने $ 430 कुर्सी और $ 450 कुर्सी के बीच चयन करने के लिए कई सप्ताह बिताए।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

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9) किस्तों में भुगतान करते हैं :

उनके पास जरूरत से ज्यादा पैसा होने के बावजूद भी वह कभी कि कोई भी भुगतान एक साथ करना पसंद नहीं करते। वह चाहते है कि पैसा कम से कम जाए उनकी ऐसी मानसिकता होती है कि उन्हें यही तरीका ज्यादा पसन्द है जबकि भुगतान तो बराबर ही करना होता है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

कहीं ना कहीं उन्हें पैसे को जाते हुए देखना पसंद नहीं होता हालाकि यह किसी को भी पसन्द नहीं होगा पर ऐसे लोगों की मनोवृति इस मामले में ज्यादा अस्थिर होती है। 

10) डॉक्टरों के पास जाने से बचते हैं :

जैसा कि समय के साथ होता है, गरीबी में रहने वाले लोगों को लगता है, कि उनका स्वास्थ्य पैसे से कम मूल्यवान संसाधन है।  उन्हें अक्सर दंत समस्याएं होती हैं, क्योंकि वे दंत चिकित्सक पर “इतने पैसे” खर्च करने में मनोवैज्ञानिक रूप से असमर्थ हैं, इसलिए वे मुस्किल से ही किसी डॉक्टर के पास जाते हैं।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

11) आसानी से किसी पर भरोसा नहीं करते :

ग़रीबी के हालातों में जैसे भी जीवन गुजारा हो उन्हें किसी भी धोखे की कोई गुंजाईश नहीं होती इसलिए ऐसे लोग बहुत कम किसी पर भरोसा करते हैं। ऐसे लोग हमेशा तत्पर और तैयार रहते हैं।

 ऐसे लोगों के जल्दी से भरोसा ना करने का मुख्य कारण उनका गुजरा हुआ खराब समय होता है। क्युकी जब आपको बार बार धोखे मिलते हैं तो आप सच्चे इंसान पर भी भरोसा करेगे इसकी संभावना ना के बराबर ही मानी जा सकती है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

  • मुझे गिफ्ट से बहुत डर लगता है इसका मुख्य कारण मेरे गरीब बचपन से है। बचपन में जब कोई मुझे उपहार देता है तो में उनसे बचता था उस समय मेरी हैसियत उन उपहारों के बदले उनको वापस उपहार देने की नहीं थी। में चाहता था कि मुझे कोई उपहार ना दे ताकि में अपने स्वाभिमान से उनके साथ रह सकूँ।  (गरीबी के लक्षण और आदतें)

 और आज भी में उस डर से बाहर नहीं आ पाया हू। और सच कहु तो मुझे उपहारों से नफरत हो गयी है। गरीबी में जीवन जीने वाले व्यक्तियों को गरीबी से जुड़े कई डर सताते है और बाद में वह उनकी गहरी याद बन जाता है और ऐसी बेकार यादो से आप कितने भी अमीर होने के बाद भी नहीं बच पाते।

 अस्ल में यह डर हमे याद दिलाता है कि आख़िर वह मजबूरियां क्या हो सकती है जब आप अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते और कई बार अपने सपनों को टूटता हुआ देखते हैं।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

10 गरीबी के लक्षण और आदतें जो बताते है, कि व्यक्ति की परवरिश गरीबी से हुयी है।

आप अपने मन की कोई बात कहे जो आपने किसी से भी ना कहीं हो जानते है कि आख़िर गरीबी या अमीरी लोगों के भीतर क्या क्या उत्पन कराती है।   (गरीबी के लक्षण और आदतें)

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By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

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