दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ | SABSE KHATARNAK BIMARIYAN | 2021 लोगों के दिमाग में जब भी यह सवाल आता है, कि दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियाँ (BIMARIYAN ) कौन-सी है? तो उनके दिमाग में सिर्फ वही बीमारियाँ आती है जो हाल ही में टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज में आयी हुयी होती है। 

परंतु सच क्या है? इस बात की पुष्टि आज हम आपको इस लेख में कराएंगे की असल में दुनिया की 10 सबसे खतरनाक बीमारियाँ कौन-सी है? 

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यदि हम 2019 के प्रमुख आंकड़े को देखे तो पता चलता है कि पूरी दुनिया में करीब 55.4 मिलियन लोग मारे गए थे। मरने वाले लोगों में 55% हिस्सा बीमारियों से मारे गए लोगों का था। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

इतनी सारी मौतों के लिए तीन मुख्य व्यापक बीमारियों को जिम्मेदार माना गया है :

  • हृदय (इस्केमिक हृदय रोग, स्ट्रोक)
  • श्वास संबंधित बीमारियाँ (पुरानी प्रतिरोधी फेफड़े की बीमारी, कम साँस लेने वाले संक्रमण) 
  • नवजात स्थिति – जिसमें जन्म शामिल है  श्वासावरोध और जन्म के आघात, नवजात सेप्सिस और संक्रमण, और जन्म से पहले जटिलताओं।

2015 के आंकड़े देखे जाए तो 56.4 मिलियन लोग बीमारियों के कारण मारे गए और उनमें से 64% लोग ऐसी बीमारियों से मारे गए जो धीरे धीरे गिरफ्त में लेती है। 

शायद आपको यह जानकर भी आश्चर्य हो कि इनमें से अधिकतर बीमारियों के इलाज और रोकथाम के कई संभव तरीके है। और इसके बावजूद भी दुनिया भर में इतनी बड़ी संख्या में लोग इस तरह की बीमारियों में मारे जाते हैं। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

गैर-रोके जाने वाले कारणों में एक व्यक्ति जहां रहता है, उसकी स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच और स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता शामिल है। लेकिन अभी भी ऐसे कदम हैं जो हर कोई अपने जोखिम को कम करने के लिए उठा सकता है।

दुनिया के सबसे ज्यादा मौत के कारणों को तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

  • communicable (संचारी) diseases (संक्रामक और परजीवी रोग और मातृ, प्रसवकालीन और पोषण संबंधी स्थिति) 
  • Non communicable (गैर-संचारी) बीमारियाँ 
  • एक्सीडेंट और अनिश्चित मृत्यु इत्यादि 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विश्वसनीय स्रोत के अनुसार, दुनिया भर में सबसे अधिक मौतों का कारण बनने वाली शीर्ष 10 बीमारियों और उनसे बचाव के उपाय जानने के लिए लेख पढ़ें। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

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10. Cirrhosis (सिरोसिस) 

2015 में 1.2 मिलियन मृत्यु 

दुनिया में मौत का प्रतिशत 2.1 %

Cirrhosis  लंबे समय तक लिवर (जिगर) को नुकसान पहुँचने का परिणाम है। आपको यह बीमारी आपकी खराब किडनी या फिर अत्याधिक शराब के सेवन के कारण हो सकती है। एक स्वस्थ लिवर (liver) हमारे शरीर से सारे हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में और उन्हें अच्छा करने में मदद करता है।

 यह हमारे खून में से सारे हानिकारक तत्वो को निकाल देता है। और साफ़ और स्वस्थ खून को हमारे शरीर में प्रवाह होने देता है। यदि कोई पदार्थ लिवर को चोट पहुंचाने का प्रयास करते है ऐसे में इसका कार्य और मुश्किल हो जाता है, परिणामस्वरूप हमे इस तरह की गम्भीर जानलेवा बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

सिरोसिस का खतरा और रोक थाम :

  • अत्याधिक शराब का सेवन 
  • लिवर के इर्द गिर्द fat (बसा) का जम जाना (यह कारण शराब का सेवन ना करने वालों में देखा गया है) 
  • क्रोनिक वायरल हेपेटाइटिस

Cirrhosis (सिरोसिस) से बचने के उपाय :

उन चीजों से दूर रहें जो सिरोसिस को रोकने में मदद करने के लिए लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।  लंबे समय तक शराब का उपयोग और दुरुपयोग सिरोसिस के प्रमुख कारणों में से एक है, इसलिए शराब का सेवन करने से बचने से आपको नुकसान को रोकने में मदद मिल सकती है।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

  इसी तरह, आप स्वस्थ, फल और सब्जियों से भरपूर  आहार खाकर और चीनी और वसा (फैट) से भरपूर भोजन से परहेज करके नॉन-वौलिक फैटी लिवर की बीमारी से बच सकते हैं। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

अंत में, आप सेक्स के दौरान सुरक्षा (condom) का उपयोग करके और रक्त के निशान होने वाली किसी भी चीज़ को साझा करने से बचने से आप वायरल हेपेटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी की संभावना को कम कर सकते हैं।  इसमें सुई, रेजर, टूथब्रश और बहुत कुछ ऐसी चीजे शामिल है जिन्हें आपको साझा करने से बचना हैं।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

9. Tuberculosis 

2015 में मृत्यु – 1.3 मिलियन 

म्रत्यु प्रतिशत – 2.4%

Tuberculosis (TB) फेफड़ों की स्थिति है, जो कि एक बैक्टीरिया की वजह से होती है। इस बैक्टीरिया को हम Mycobacterium tuberculosis कहते हैं। 

हालांकि इसका इलाज संभव है। यह एक उपचार योग्य एयरबोर्न जीवाणु है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

जिन लोगों को एचआईवी (HIV) है, उनमें टीबी मृत्यु के शीर्ष कारणों में से एक है।  लगभग 35 प्रतिशत एचआईवी से संबंधित मौतों का स्रोत टीबी के कारण हैं।

 दुनिया भर में टीबी का प्रभाव

टीबी के मामलों में 2000 के बाद से हर साल 1.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है । 2030 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य है।

TB से होने वाले खतरे और रोकने के तरीके :

  • Diabetes (मधुमेह) 
  • HIV Infections 
  • शरीर का कम वजन
  • TB के मरीजों के साथ निकटता 

टीबी  जैसी खतरनाक बीमारी की रोकथाम के लिए सबसे अच्छा और कारगर उपाय बेसिलस कैलमेट-गुएरिन (BCG) टीका है । यह टीका आमतौर पर बच्चों को लगाया जाता है। यदि आपको लगता है कि आप टीबी के जीवाणु के संपर्क में हैं, तो आप स्थिति को विकसित करने की संभावना को कम करने के लिए कीमो प्रोफिलैक्सिस नामक उपचार की दवा लेना शुरू कर सकते हैं। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

8. डायरिया (दस्त) के कारण (dehydration) निर्जलीकरण

2015 में म्रत्यु – 1.4 मिलियन 

दुनिया की सर्वाधिक मृत्यु में प्रतिशत – 2.5%

हमे दस्त तब होता होते है जब हम एक दिन में तीन या उससे अधिक बार ढीले मल का त्याग करते हैं।  यदि आपको दस्त कुछ ज्यादा दिनों तक तक रहता है, तो आपका शरीर बहुत अधिक पानी और नमक खो देता है।  

यह निर्जलीकरण (dehydration) का मुख्य कारण बनता है,और यह इतना खतरनाक है कि इससे आपको मृत्यु हो सकती है। डायरिया आमतौर पर दूषित पानी या भोजन के माध्यम से प्रसारित एक आंतों के वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है।  (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

 दुनिया भर में दस्त से संबंधित बीमारियों का प्रभाव 

दोस्तों से होने वाली बीमारियों से 5 साल से ज्यादा उम्र वाले 76,0000 बच्चे हर साल मारे जाते हैं। दस्त दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा होने वाली बीमारी है। 

दस्त के खतरे और बचाव :

  • ऐसी जगह रहना जहां सौच की साफ सुथरी सुविधा नहीं है। 
  • साफ पानी ना मिलने के कारण। 
  • कम उम्र के बच्चों और किशोरों में अधिकतर यह बीमारी देखी गयी है। 
  • पोषकता की कमी के कारण। 
  • एक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) ।

यूनिसेफ (UNICEF) के अनुसार, दस्त जैसी जानलेवा बीमारियों के रोकथाम का सबसे अच्छा तरीका अच्छी स्वच्छता बनाए रखना है। अच्छी हैंड वाशिंग (हाथ धोने की) तकनीक से डायरिया की बीमारियों की घटनाओं में 40 प्रतिशत की कमी आ सकती है। 

बेहतर स्वच्छता और पानी की गुणवत्ता के साथ-साथ और दस्त से पीड़ित व्यक्ति को शुरुआत में ही अच्छी और बेहतर स्वास्थ्य तक पहुंच भी डायरिया (दस्त) जैसे रोगों को रोकने में मदद कर सकती है।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

7. अल्जाइमर (Alzheimer ) रोग और अन्य मनोभ्रंश

2015 में मृत्यु – 1.5 मिलियन 

दुनिया की बीमारियों में मृत्यु का प्रतिशत – 2.7

क्या लगता है आपको Alzheimer diseases और dementia (मनोभ्रंश) क्या है? या ये किस तरह की बीमारी है? आपको लगता होगा यह बीमारियाँ मतिभ्रम या कम याददाश्त के लिए जिम्मेदार है। 

और काफी हद तक आपका ये सोचना तर्कसंगत होगा। परंतु शायद आप यह नहीं जानते होंगे कि यह बीमारियाँ जानलेवा है और आपकी जिंदगी इस तरह की बीमारी के द्वारा खत्म किया जा सकता है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

असल में अल्जाइमर रोग एक प्रगतिशील बीमारी है जो स्मृति को नष्ट कर देती है और सामान्य मानसिक कार्यों को बाधित करती है। इनमें सबसे प्रभावशाली लक्षण सोच, तर्क और विशिष्ट व्यवहार शामिल हैं। 

 अल्जाइमर रोग डिमेंशिया (मतिभ्रम) का सबसे आम प्रकार है – 60 से 80 प्रतिशत डिमेंशिया के मामले हकीकत में अल्जाइमर रोग के होते हैं। हल्की स्मृति समस्याओं, सूचना को याद करने में कठिनाई और कुछ भी याद नहीं रहने से यह बीमारी शुरू होती है।  (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

समय के साथ,यह बीमारी बढ़ती है और आपको बड़ी अवधि तक याद नहीं रहती है।  2014 के एक अध्ययन में पाया गया कि संयुक्त राज्य में अल्जाइमर के कारण होने वाली मौतों की संख्या रिपोर्ट की तुलना में काफ़ी अधिक हो सकती है।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

अल्जाइमर के खतरे और रोकथाम के उपाय 

अल्जाईमर रोग से होने वाले मुख्य खतरों में शामिल है :

  • यदि उम्र 65 से ज्यादा है। 
  • आपको यह बीमारी अनुवांशिक रूप से भी मिल सकती है। 
  • डाउन सिंड्रोम 
  • यह बीमारी महिलाओं को ज्यादा होती है। 
  • सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट लगने से। 

लंबे समय तक सामाजिक लोगों से दूर रहना या नये लोगों से खराब जुड़ाव होना भी इस बीमारी को होने का एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है। 

 वर्तमान में अल्जाइमर रोग को रोकने का कोई तरीका नहीं है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रहे है कि आखिर लोग इस तरह की बीमारी से ग्रसित होने के बाद भी इसको बढ़ावा क्यों देते हैं? बल्कि अन्य लोग ऐसा नहीं करते।

 इसके साथ ही कुछ लोग ही क्यों इस बीमारी का शिकार होते हैं अन्य क्यों नहीं? जैसा कि वे इसे समझने के लिए काम कर ही रहे हैं, इसके लिए वह वे निवारक तकनीकों को खोजने के लिए भी काम कर रहे हैं।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

6. Diabetes (मधुमेह) 

2015 में मृत्यु के आंकड़े – 1.6 मिलियन 

दुनिया की बीमारियों से होने वाली मृत्यु में प्रतिशत – 2.8%

Diabetes बीमारियों का एक गुट है, जिसमें आपको साथ में कई बीमारियाँ हो जाती है। और यह बीमारियाँ हमारे शरीर में बनने वाले इंसुलिन को प्रभावित करती है या नुकसान पहुँचाती है। 

एक प्रकार की diabetes में हमारा pancreas इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है। और pancreas इंसुलिन का उत्पादन क्यु नहीं करता इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। इंसुलिन हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखता है और परिणामस्वरूप हमे मधुमेह जैसी घातक बीमारी का शिकार होना पड़ता है।

एक दूसरी तरह की diabetes होती है, जिसमें हमारा pancreas शरीर की जरुरत अनुसार इंसुलिन नहीं बना पाता। इसके अलावा जो इंसुलिन होती है शरीर उसका उपयोग ठीक तरह से नहीं कर पाता। 

ये जो दूसरे नंबर वाली diabetes है इसको होने के लिए कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि पोषक तत्व की कमी, व्यायाम की कमी और बहुत ज्यादा वजन होने के कारण। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

दुनिया भर में मधुमेह का प्रभाव

 कम आय वाले लोगों से लेकर मध्यम-आय वाले देशों में मधुमेह (diabetes) से होने वाली शारीरिक तकलीफों से मरने की संभावना अधिक होती है।

Diabetes होने के कारण और उपाय 

  •  अत्याधिक शारीरिक वजन 
  •  उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) 
  •  बड़ी उम्र
  •  नियमित रूप से व्यायाम न करना
  •  एक अस्वास्थ्यकर आहार

हालांकि यह एक ऐसी बीमारी है जिससे समय पर नियंत्रण में लिया जा सकता है। डायबिटीज हमेशा के लिए नहीं होती है, यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करके और अच्छे पोषण को बनाए रखकर लक्षणों की गंभीरता को नियंत्रित कर सकते हैं।  (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

अपने आहार में अधिक फाइबर जोड़ने से आपके रक्त में मिली शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

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5. ट्रेकिआ, ब्रोनेक्स और फेफड़े के कैंसर (Respiratory cancer) 

2015 में कुल मृत्यु –  1.7 मिलियन 

दुनिया की मृत्यु में प्रतिशत में योगदान – 3%

साँस संबंधी कर्क रोगों में श्वास नली, स्वरयंत्र, ब्रोनेक्स और फेफड़े के कैंसर शामिल हैं।  धूम्रपान, सेकंड हैंड स्मोक और पर्यावरण में अत्यधिक प्रदूषण के विषाक्त पदार्थों इस तरह के कैंसर होने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होते हैं।हालांकि इन खतरनाक जानलेवा बीमारियों में ईंधन और मोल्ड जैसे घरेलू प्रदूषण भी योगदान करते हैं।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

दुनिया भर में श्वसन कैंसर (Respiratory cancer) का प्रभाव

 2015 के एक अध्ययन की रिपोर्ट है कि Respiratory कैंसर से सालाना लगभग 4 मिलियन लोगों की मौत का कारण बनता है। 

 विकासशील देशों में, शोधकर्ताओं ने प्रदूषण और धूम्रपान के कारण Respiratory कैंसर संबंधी कैंसर में 81- से 100 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

 कई एशियाई देश, और खासकर भारत, इस तरह के कैंसर के मामले में आज भी काफी आगे है। यहा आज भी खाना पकाने के लिए ग्रामीण लोग कोयले का उपयोग करते हैं। 

ठोस ईंधन जलाने से हानिकारक उत्सर्जन से 17 प्रतिशत पुरुष फेफड़ों के कैंसर के कारण मारे जाते हैं और यह बीमारी 22 प्रतिशत महिलाओं में होती है।

 Respiratory कैंसर के कारक और रोकथाम

ट्रेकिआ, ब्रोनेक्स और फेफड़े के कैंसर किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन इस तरह की बीमारियों से उन लोगों को प्रभावित करने की सबसे अधिक संभावना होती हैं जो लंबे समय से धूम्रपान या तंबाकू का उपयोग करने का इतिहास रखते है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

इन कैंसर के अन्य जोखिम वाले कारकों में अनुवांशिक तरीके और परिवार का इतिहास और पर्यावरणीय प्रदूषण का जोखिम शामिल है, जैसे डीजल का धुआं इत्यादि ।

Respiratory कैंसर से बचने के उपाय – 

हालांकि तंबाकू और प्रदूषण से दूर रहकर इस तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है परंतु इस तरह के कैंसर किस कारण से होते है यह अभी तक साफ़ नहीं हो पाया है। वैज्ञानिकों द्वारा लगातार शोध किए जा रहे है आने वाले समय में कुछ बेहतर खोज लेने की उम्मीद है। 

4. लंबे समय तक फेफड़ों में रुकावट (Chronic obstructive pulmonary disease) (COPD) 

2015 में मृत्यु के आंकड़े – 3.2 मिलियन 

दुनिया की मौतों में प्रतिशत – 5.7%

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक दीर्घकालिक, प्रगतिशील फेफड़े की बीमारी है। यह बीमारी सांस लेने में मुश्किल करती है।  क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और वातस्फीति COPD बीमारियों के प्रकार हैं।  2004 में, दुनिया भर में लगभग 64 मिलियन लोग COPD से ग्रसित  रह रहे थे।

 दुनिया भर में COPD का प्रभाव

COPD होने के प्रमुख कारण – 

  • धूम्रपान या सेकंड हैंड स्मोक
  •  रासायनिक धुएं से फेफड़ों में होने वाली जलन से। 
  •  परिवार का इतिहास, AATD जीन को COPD से जोड़ा जा सकता  है। 
  •  बचपन से श्वसन संक्रमण का इतिहास

सीओपीडी (COPD) का कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवा के साथ इसकी प्रगति को धीमा किया जा सकता है ।  सीओपीडी को रोकने के सबसे अच्छे तरीकों में धूम्रपान को रोकना और सेकेंड हैंड धुएं  और अन्य फेफड़ों की जलन से बचना हो सकता है ।  

यदि आप किसी भी तरह के सीओपीडी लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो जितनी जल्दी हो सके उपचार प्राप्त करना आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। 

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3. निचले श्वसन संक्रमण (lower respiratory infection) 

2015 में मृत्यु के आंकड़े – 3.2 मिलियन 

दुनिया में मृत्यु का प्रतिशत – 5.7 %

Lower respiratory infection आपकी साँस लेने की क्षमता को बिल्कुल कम कर देता है। यह संक्रमण वायुमार्ग और फेफड़ों के संक्रमण से होता है। इस तरह की बीमारी होने के प्रमुख कारण निम्न हो सकते हैं :

  •  इन्फ्लूएंजा, या फ्लू
  •  निमोनिया
  •  ब्रोंकाइटिस
  • TB (Tuberculosis) 

Viruses के कारण आमतौर पर इस तरह का संक्रमण होता है। परंतु इसके अलावा यह बीमारी bacteria के द्वारा भी हो सकती है। coughing (कफ) lower respiratory infection का प्रमुख कारण हो सकता है। कई बार आपको साँस लेने में तकलीफ होती है या आपको अपने सीने के ऊपर अत्यधिक दबाव महसूस होता है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

आप अपने सीने में सांस, घरघराहट और एक तंग भावना महसूस कर सकते हैं। कम साँस लेने के कारण इस तरह की बीमारी में जान जाने का जोखिम बहुत ज्यादा होता है। 

दुनिया भर में निचले श्वसन संक्रमण का प्रभाव

Lower respiratory infection होने के लिए प्रमुख कारण :

  •  फ़्लू
  •  खराब हवा की गुणवत्ता या फेफड़ों की जलन जैसी चीजें से लगातार संपर्क। 
  •  धूम्रपान
  •  एक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  •  दमा
  •  HIV

लोअर respiratory infection से बचने के उपाय :

सबसे अच्छा निवारक उपायों में से एक जो आप निचले श्वसन संक्रमण के खिलाफ ले सकते हैं, वह है हर साल फ्लू की गोली लेना। 

जिन लोगों को निमोनिया का खतरा ज्यादा रहता है वह लोग इसके लिए एक टीका लगवा सकते है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

न संचारित बैक्टीरिया से बचने के लिए अपने हाथों को साबुन और पानी से नियमित रूप से धोएं, खासकर आपके चेहरे को छूने से पहले और खाने से पहले। 

यदि आपको श्वसन संक्रमण है, तो घर पर रहें और तब तक आराम करें जब तक आपको बेहतर महसूस ना करे। 

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2. स्ट्रोक (Stroke) 

2015 में मृत्यु के आंकड़े – 6.2 मिलियन 

दुनिया की मृत्यु दर में प्रतिशत : 11.1%

स्ट्रोक तब होता है जब आपके मस्तिष्क में एक धमनी (artery) ब्लॉक या लीक हो जाती है। और जब आपको आर्टरी रुक जाती है, या लीक हो जाती है तो सेकंड के भीतर ही यह आपकी मस्तिष्क की कई कोशिकाओं को oxygen की कमी के कारण मरना शुरू कर देता है। 

यह ऑक्सीजन से वंचित मस्तिष्क कोशिकाओं को मिनटों के भीतर निष्क्रिय करना शुरू कर देता है।  

एक स्ट्रोक के दौरान, आप अचानक सुन्नता और भ्रम महसूस करते हैं या चलने और देखने में परेशानी होती है।  यदि आपको जल्दी ही पूर्ण इलाज से वंचित रहे तो एक स्ट्रोक दीर्घकालिक विकलांगता का कारण बन सकता है।

वास्तविकता में, लंबे समय से विकलांग होने का प्रमुख कारण स्ट्रोक हो सकता है। जो लोग स्ट्रोक होने के 3 घंटे के भीतर उपचार प्राप्त करते हैं, उनमें विकलांग होने की संभावना कम होती है।  

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के विश्वस्त स्रोत ने रिपोर्ट दी कि 93 प्रतिशत लोग जानते थे कि एक तरफ अचानक सुन्न होना एक स्ट्रोक लक्षण था।  परंतु केवल 38 प्रतिशत ही उन सभी लक्षणों को जानते थे जो उन्हें इस तरह की आपातकालीन परिस्थिति में देखभाल और उपचार के लिए प्रेरित करेंगे।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

स्ट्रोक के प्रमुख कारणों में शामिल हैं:

  • उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) 
  •  स्ट्रोक का पारिवारिक इतिहास
  •  धूम्रपान, खासकर तब जब आप मौखिक गर्भ निरोधकों का सेवन करने के साथ धूम्रपान करते हैं। 
  •  अफ्रीकी-अमेरिकी होने के नाते
  •  महिला होने के नाते (यह रोग महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है). 

स्ट्रोक से बचने के उपाय :

 स्ट्रोक जैसी खतरनाक स्थिति से निपटने के लिए या रोकथाम के तरीकों में दवाओं या सर्जरी के साथ उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना शामिल  है।  

आपको नियमित रूप से व्यायाम और कम वाले आहार का सेवन करना चाहिए और एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना चाहिए। 

धूम्रपान और मदिरापान से बचें, और केवल मॉडरेशन में पीएं, क्योंकि ये गतिविधियां आपके स्ट्रोक का खतरा बढ़ाती हैं।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

1.इस्केमिक हृदय रोग, या कोरोनरी धमनी (artery) की बीमारी 

2015 में मृत्यु के आंकड़े – 8.8 मिलियन 

दुनिया की बीमारियों से होने वाली मौतों में प्रतिशत – 15.5%

दुनिया में सबसे घातक बीमारी कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) है।  इस्केमिक हृदय रोग भी कहा जाता है, सीएडी तब होता है जब हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं।  

यदि (CAD) इसका इलाज ना कराया जाए तो  सीने में दर्द, दिल की विफलता और अतालता हो सकती है।(सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

यूरोपीय देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका में इस बीमारी की मृत्यु दर में गिरावट आई है। बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच भी इस बीमारी के रोकथाम के प्रमुख कारण है। 

परंतु फिर भी यह दुनिया की सबसे जानलेवा और खतरनाक बीमारी बनी हुयी है। हालांकि, कई विकासशील देशों में, CAD की मृत्यु दर बढ़ रही है। बढ़ती उम्र, और सामाजिक अस्थिरता इस बीमारी को और अधिक विकसित करते है। (सबसे खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ ) 

 CAD के जोखिम कारकों में शामिल हैं:

  •  उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) 
  •  हाई कोलेस्ट्रॉल
  •  धूम्रपान
  •  सीएडी का पारिवारिक इतिहास
  •  मधुमेह (diabetes) 
  •  वजन ज्यादा होना

यदि आपके पास दिये गये लक्षणों से ज्यादा है, तो आप अपने डॉक्टर से बात करें।

CAD से बचाव :

दवाइयों के साथ स्वस्थ हृदय को बनाए रखने के लिए भी आपको कुछ प्रयास करने चाहिए। CAD के जोखिमों को कम करने के लिए आप निम्न उपाय कर सकते हैं :

  • नियमित रूप से व्यायाम करना
  •  स्वस्थ वजन बनाए रखना
  •  कम सोडियम वाला खाना खाए और संतुलित आहार ले और फलों और सब्जियों का ज्यादा सेवन करे। 
  •  धूम्रपान से बचें
  •  केवल मॉडरेशन में पीना 
आवश्यक सलाह :
इतनी सारी बीमारियों में से बचने के लिए हमें एक अच्छा दृष्टिकोण और बेहतर जीवन शैली की जरूरत है जिसमें प्रतिदिन व्यायाम और अच्छे पोषण को बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार की आवश्यकता है। इसके साथ ही मदिरापान और धूम्रपान से बचें। बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण के लिए, उचित हैंडवाशिंग आपके जोखिम को रोकने या कम करने में मदद कर सकती है।

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By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

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