आपके मन में यह विचार जरुर आता होगा कि NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI) नौकरी और (व्यापार) बिज़नेस में ज्यादा क्या ज्यादा अच्छा है? नौकरी और व्यापार  में अन्तर ?  ऐसे सवाल का जवाब बेहद आसान है पर आपने इसपर गौर नहीं किया होगा। हालांकि इसमे काफी बड़ा फर्क होता है और दोनों के अपने फ़ायदे और नुकसान होते हैं। असल में नौकरी और व्यापार में क्या ज्यादा बेहतर है इसका अंदाजा आप इस तर्क से लगा सकते हैं कि आप अपने आस-पास के 10 लोगों से पूछे कि उन्हें कार पसंद है या जीप ? 

या फिर आप पूछ सकते हैं कि उन्हें कोल्ड ड्रिंक पसंद है या दुध ? आप ये मत सोचिए कि ऐसे सवालों से नौकरी या व्यापार का क्या संबंध है? पर असल में मुद्दा यह है कि यह सवाल बहुत ही समान्य है। जब आप इन सवालों के जवाब लेंगे तो पाएंगे कि उनमें से सब की पसंद अलग अलग होगी और इसी प्रकार नौकरी और बिज़नेस में क्या ज्यादा अच्छा है यह भी हमारी पसंद पर ही निर्भर करता है। हमारी प्राथमिकता जिसमें होगीः हमे वह अपने लिए बेहतर लगेगा। 

परंतु फिर भी एक सरकारी नौकरी करने वाला व्यक्ति या प्राइवेट नौकरी करने वाला व्यक्ति कितना पैसा कमाता है? भले ही वह व्यक्ति कितना भी पैसा कमाए उसकी सैलरी कितनी भी अधिक हो पर वह हमेशा उसके मालिक से कम होती है।

 नौकरी और बिज़नेस में हर तरह की समस्याएं और फायदे होते हैं और इन्ही के आधर पर हम दोनों में से क्या बेहतर है इसका चुनाव कर सकते हैं। नौकरी और बिज़नेस व्यक्ति विशेष की मानसिकता या उसकी जरुरत के आधर पर भी निर्भर करती है कि उसके लिए नौकरी सही है या बिज़नेस। यहा हम आपको बतायेंगे की आखिर नौकरी और बिज़नेस में हमे क्या फायदे क्या नुकसान होते हैं। और दोनों में ज्यादा बेहतर क्या है। 

सबसे पहले हम नौकरी की बात करते हैं।( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

नौकरी  से होने वाले फायदे और नुकसान :

नौकरी  से होने वाले फायदे और नुकसान
नौकरी  से होने वाले फायदे और नुकसान
नौकरी  से होने वाले फायदेनौकरी  से होने वाले  नुकसान

निश्चिंतता रहती है कि महीने के अंत तक कितने पैसे मिलेंगे ।
आपकी क्षमताओं का शोषण होता है। 
काम से हटकर कोई चिंता नहीं होती। बॉस का दबाव आपको मानसिक रूप से प्रताड़ित करता रहता है। 
मन अपनी एक दिशा में कार्य करता है।  मन में डर रहता है कि आपको काम से निकाल दिया जाएगा।
अनुशासन होता है। आप की सुविधायें निश्चित हो जाती है। 
प्लानिंग कर सकते हैंआप को अपनी इच्छाओं को सीमित करना होता है। 

ऑफ़िस से निकलने के बाद शांति महसूस होती है। 
आपके सुनहरे भविष्य की कोई कल्पना नहीं होती क्युंकी आप अपने कार्य में ही फंसे हुए होते हैं। 
कितने पैसे मिलेंगे यह भी निश्चित रहता है। आपके हुनर का फायदा आपका मालिक उठा रहा होता है। 
सरकारी नौकरी है तो सरकार आपके परिवार के भरन पोषण की ज़िम्मेदारी लेती है। आप की सीमित कमाई होती है जिसकी वजह से आप अपनी इच्छाओं को मार देते हैं। 
सरकारी नौकरी में अन्य कई फायदे दिए जाते हैं जैसे कि स्वास्थ सुविधायें , शिक्षा आदि आपके परिश्रम का उचित भुगतान नहीं होता। 

नौकरी और (व्यापार) बिज़नेस से होने वाले फायदे और नुकसान :(नौकरी बनाम व्यापार) 

नौकरी और व्यापार  में अन्तर : 

  • पैसों की कमाई
  • खुद के फ़ैसलों की स्वतंत्रता
  • कितनी जिम्मेदारियाँ
  • आसान जिंदगी 
  • बोनस अथवा अन्य फायदे

1)पैसों की कमाई :( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

नौकरी :दोस्तों नौकरी एक सीमित पैसे कमाने का ज़रिया है जंहा आपको महीने के अंत में एक तय सुदा रकम मिलती है। जिसके लिए आपको काफी नियंत्रित होके पूरे महीने दबाब में कार्य करना पढ़ता है। नौकरी करके आप तयशुदा रकम से ज्यादा कमाने का विचार भी नहीं कर पाते। आप अपनी ज़रूरतों को छोटा करके उसी तयशुदा रकम में अपना खर्चा चलाना सीख लेते हैं। 

व्यापार :वही पर अगर व्यापार (बिज़नेस ) की बात करते हैं तो यहा आपके पैसे कोई निश्चित नहीं होते की कितने मिलेंगे बस एक अंदाजा होता है कि इतने मिल सकते हैं। कहने का तात्पर्य है आप ज्यादा भी कमा सकते हैं और बहुत ज्यादा भी साथ आपका मन चलायमान होता है।हमारे मन में कई योजनाएं आती और हम उन में से किसी बेहतर को चुन कर अपनी कमाई को बड़ा सकते है। हमारे पास ऑप्शन होते हैं कि हम अपने कमाई के श्रोत को बनाते रहे। जब कि नौकरी करने पर यह कदापि संभव नहीं है। 

2) खुद के फ़ैसलों की स्वतंत्रता :

नौकरी :आप कहीं भी नौकरी कर रहे हों चाहें किसी प्राइवेट संस्थान में या सरकारी कार्यालयों में आपके पास कभी अपने फ़ैसले लेने की पूरी स्वतंत्रता नहीं होती। आपके फैसले ही आपको बेहतर बनाते है और आपका विकास करते हैं और जब इन्हें लेने के लिए ही बाध्य होते है फिर बस आप एक सीमित और घुटन भरी जिंदगी व्यतित करते हैं। ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

व्यापार :इसके विपरीत बिज़नेस में आप असहज हो सकते हैं पर आपके लिये हुए फ़ैसलों को आप पूरी तरह लागू कर पाते है जिसका फायदा भी आपको मिलता है। हालांकि यह आपके फैसले पर निर्भर करेगा कि वह आपके लिए कितना बेहतर सिद्ध होगा। परंतु फिर भी हमे अपने फैसले लेने की आज़ादी होनी ही चाहिए। हमारा विकास उसी से संभव है जीवन में हमे हमारे लिए हुए फैसले ही बनाते है या मिटाते है। सही फ़ैसले एक कदम आगे ले जाते हैं और गलत फैसले सीखने का मौका देते हैं। इसलिए सबसे जरुरी है कि आप जो भी कार्य करे उसमे आपको अपने फैसले लेने का पूर्ण अधिकार हो। ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

3) कितनी जिम्मेदारियाँ :

नौकरी :नौकरी करने वाला व्यक्ति इस मामले में अपने आप को हल्का महसूस कर सकता है क्युंकी उसको सिर्फ अपने पद से संबंधित कार्य या जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होता है। यह आसान होता है। 

व्यापार :जब आप व्यापार कर रहे होते है तो आपको सारी जिम्मेदारियाँ उठानी होती है जो काफी जोखिम भरा है। और व्यावसायिक व्यक्ति कई ज्यादा व्यस्त और कभी ना खत्म होने वाली जिम्मेदारियाँ उठाता है। 

नौकरी में कम ज़िम्मेदारी होती है बल्कि बिज़नेस में आप अत्यधिक कार्य और जिम्मेदारियों से लिप्त होते हैं। 

4) आसान जिंदगी :

नौकरी : जब आप सुरू करते है उस समय आपको यह काफी पसंद आ सकती है और आपको लगेगा कि जिंदगी काफी आसान हो रहीं है पर आपकी यह मानसिकता ज्यादा समय तक नहीं रहती समय के गुजरने के साथ ही आपकी मानसिकता बदलने लगती है और आप खुद को फंसा हुआ महसूस करते है। ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

आपको लगता है कि जिंदगी बेहद सीमित हो गयी है ऑफ़िस से घर, घर से ऑफ़िस जिंदगी इतने में सीमित नहीं हो सकती और आप इस तनाव में काम करते है और हर दिन आपको वह काम बेहद  बकवास लगने लगता है। फिर भी अगर आप सीमित सोच वाले व्यक्तियों में से एक है तो आपको नौकरी वाली जिंदगी आसान लगेगी। 

व्यापार :व्यापारिक व्यक्ति काफी सुलझा हुआ होता है उसके ऊपर कोई दबाव नहीं होता वह अपने फसलों का मालिक होता है। और ज़िंदगी को खुद के हिसाब से जीना चाहता है। वह अपने खुद के नियम बनाता है और उसके अनुसार उनका अनुसरण करता है। सही मायने में बिज़नेस करने वालों की जिंदगी आसान होती है। परंतु इसमे रिस्क रहती है। 

5) बोनस अथवा अन्य फायदे :

नौकरी : आप एक कर्मचारी के रूप में कई बार तयशुदा रकम से भी ज्यादा पाते हैं। कंपनी आपके कई और ख़र्चे और जिम्मेदारियाँ उठाती है और समय समय पर आपका हौसला और कार्य की तारीफ में आपको बोनस के रूप में कुछ पैसे और सुविधाएँ देती है। आपको यह अवसर बड़ा ख़ुश नुमा लगता होगा परंतु जो भी करती है उसमे आपसे दोगुना फ़ायदा कंपनी लेती है तब वह आपको एक छोटा सा बोनस या छुट्टियाँ मुहैया कराती है। कंपनी को लॉस भी पढ़ता है फिर भी कंपनी आपका भुगतान समय पर करने को बाध्य होती है। 

व्यापार : जब आप किसी व्यवसाय के संचालक होते है तो आपको ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती पर जो भी मुनाफ़ा होता है उसपर मुख्य हक आपका होता है। और उसका एक बड़ा हिस्सा आप रखते है और बाकी कुछ टुकड़े अपने कर्मचारियों को देते है अगर आप चाहें तो। ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

व्यापार रिस्क से होता है खुद के भरोसे से होता है। इसमें हार या जीत आपको दोनों पक्षों को सहन करना होता है। अगर आप मुनाफ़ा कमाते है तो घाटा भी झेलना पड़ेगा। 

यह कुछ फायदे थे जो हमे नौकरी करने पर मिलते हैं जो कि आपको काफी सही लग रहे होंगे। सरकारी नौकरी में ज्यादा फायदे होते हैं और सुविधाएँ भी ज्यादा दी जाती है। 

पर अगर हम बात करे कि नौकरी करने के क्या नुकसान होते हैं तो यह सूची काफी लंबी हो सकती है। 

NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI

बिज़नेस (व्यापार) से होने वाले फायदे और नुकसान :

बिज़नेस (व्यापार)  से होने वाले फायदेबिज़नेस (व्यापार)  से होने वाले  नुकसान 
आपकी मेहनत का पूरा भुगतान होता है। आप पूरी लगन से कार्य करते हैं क्युकी जो कार्य आप कर रहे होते हैं उसका चुनाव आप ही करते हैं। आपकी कमाई कितनी होगी इसका कोई अंदाजा लगाना संभव नहीं होता। कम या ज्यादा भी हो सकता है। 
कोई नियमावली नहीं रहती आप अपना कार्य अपनी सुविधा अनुसार कर पाते हैं। आपको कई जिम्मेदारियाँ उठानी होती है कर्मचारी सिर्फ एक काम कर्ता है परंतु बॉस के ऊपर पूरी ज़िम्मेदारी होती है। 
आपके फ़ैसलों को पूर्ण रूप से लागू कर पाते हैं। आपके सही फ़ैसले आपके विकास में काफी ज्यादा योगदान देते हैं। कोई अवकाश नहीं होता आप चाह कर भी छुट्टी बनाने के लिए राजी नहीं होते। 
आप मानसिक रूप से खुद को सुरक्षित और संतुष्ट महसूस करते हैं। काम करने की स्वतंत्रता होती है आप को किसी से छुट्टी नहीं मांगनी पर फिर भी आप अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए ज्यादा काम करना चाहते हैं। 
समय का पूर्ण उपयोग कर पाते हैं अपने अनुसार समय का सदुपयोग करते है। आपको किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं होती आपका कार्य आप खुले मन से कर पाते हैं। बिज़नेस में आपके स्वास्थ सबंधी सारी जिम्मेदारियाँ आपकी होती है, जबकि नौकरी में कई सुविधाएँ दी जाती है। 
ज्यादा पैसा कमाने में सक्षम होते हैं। कभी कभी तो आपका एक विचार आपको उम्मीद से ज्यादा फायदा करवा देता है। व्यापारिक गतिविधियाँ शुरुआत में ज्यादा मुनाफ़ा नहीं कमाती या आपका व्यवसाय किन्ही कमियों के कारण आपको लॉस भी करवा सकता है। 

आपका खुद का व्यापार आपको यह बताता है कि आप जो फैसले लेते हैं वह कितने सही है या गलत है क्युकी उनका परिणाम आपके सामने आते हैं। 

बिज़नेस से होने वाले कुछ फ़ायदे नीचे लिखे गए हैं। ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

व्यापार में होने वाले फायदे :

  1. अपना निर्णय, अपना फ़ायदा :

किसी के अधीन काम करना हर व्यक्ति के लिए बहुत मुश्किल और तकलीफ़ देह कार्य है। और जब आपका खुद का व्यापार होता है तब आपको आजादी होती है काम करने की या कब काम करना है हर तरह की आज़ादी । ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

जब आप नौकरी करते है तो आप कभी खुद के निर्णय को लागू नहीं कर पाते हैं और कई बार तो कई उपलब्धियाँ इसी कारण हाथ से निकल जाती है कि आपके पास निर्णय लेने की अनुमति ही नहीं होती है। 

आप व्यापार करते है तो आप अपने फ़ैसलों को अपने अनुसार बेहद लचीला और एक आखिरी सेकेंड तक उसको बदलने की क्षमता रखते हैं। और जब आप अपने फ़ैसलों को सोच समझकर विचार करके लेते है तो वह आपको काफी फायदा देते हैं।( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

 इसके साथ ही आपको खुद के व्यापार में जो जरूरी फैसले लेने होते हैं लेते है और अपना बचा हुआ समय अपने अनुसार व्यतित करते हैं। आपको कोई पाबंदी नहीं होती इसलिए आप अपना प्रदर्शन और बेहतर कर पाते हैं। 

2) आपकी मेहनत का पूरा फ़ायदा मिलता है :

नौकरी और व्यापार  में अन्तर
नौकरी और व्यापार  में अन्तर

क्या आपने कभी ऐसा देखा है कि कोई कर्मचारी अपने बॉस से ज्यादा पैसा कमाता हो? नहीं देखा होगा। पर आपने ये जरूर देखा होगा कि एक कर्मचारी अपने बॉस से ज्यादा कार्य कर्ता है। और यही कारण है कि वह आपसे ज्यादा भी कमाता है और आरामदायक समय भी गुजरता है।( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI)

आप जिस समय अपने काम में लगे रहते है उस समय वह व्यक्ती योजना बना रहा होता है। और आपको किसी बैल की तरह बस काम करना होता है फिर घर जाओ खाना खाओ और सो जाओ और सुबह फिर से वही। असली जिंदगी से दूर हो जाते है आप और आपको पता भी नहीं चलता। 

दूसरी तरफ आपका बॉस जो सिर्फ अच्छी योजनाओं पर कार्य कर्ता है और अपना जीवन बेहतरीन तरह से गुजार रहा होता है। आपकी मेहनत का पूरा फ़ायदा आपके बॉस और  कंपनी को चला जाता है। बदले में आपको वही मिलता है जो महीने के आखिरी में तयशुदा रकम जैसे कि आपके हुनर को उन्होंने ख़रीद लिया हो। तो जब हुनर ही आपका है तो आपको उसको सीधा प्रसारण करना चाहिए आपको किसी बिचौलिये (बॉस) की आवश्यकता नहीं है सुरू में मुश्किल है पर आपके हौसले से आप इसमे सफल हो पाएंगे। और जब अपना व्यापार करते है वहाँ आपको आपकी मेहनत का पूर्ण भुगतान होता है। 

3) सुरक्षित रोज़गार :

किसी भी प्राइवेट या सरकारी दफ़्तरों में कार्य करते समय आपके ज़हन में ऐसे सवाल आते ही होंगे कि आपको आपके पद से बर्खास्त ना कर दिया जाए? आप कितना भी अच्छा काम करे पर ईन विचारों से आपका मन वाक़िफ़ ही होगा। हकीक़त भी यही है आप अगर नौकरी करते है उसमें काफी संभावना होती है कि वह आपको काम से निकाल दे ऐसी स्थिति में आपके पास कोई विकल्प नहीं रह जाता और आप इस तनाव से अक्सर गुज़रते है। 

आप चाहते हैं कि आपका रोज़गार सुरक्षित हो आपको किसी ऐसे कार्य के लिए बर्खास्त ना किया जाए जहां पर आपकी कोई गलती नहीं है। 

जब आपका खुद का व्यवसाय होता है बेशक वह कितना भी छोटा हो पर आपको अपने आप पर और अपने कार्य पर भरोसा होता है कि आपका रोज़गार किसी और के हाथ में नहीं बल्कि आपके खुद के हाथ में है। 

निष्कर्ष :

दोस्तों नौकरी और व्यापार (बिज़नेस) दोनों ही आजीविका चलाने के साधन है। यदि आप ज्यादा ताम-झाम नहीं चाहते और सीमित इच्छाओं के साथ अपना जीवन जीना चाहते हैं तो आपके लिए नौकरी बेहतर उपाय हो सकता है और यदि आप की इच्छायें काफी ज्यादा है जुनून है और एक बेहतरीन ideology है तो आपके लिए खुद का व्यवसाय बेहतर विकल्प है।

 आपका खुद का व्यापार आपको पूरी काबिलियत का भुगतान कर ता है जबकि नौकरी में आपको सिर्फ चंद पैसों के लिए खुद को किसी और के लिए बंधकर कार्य करना होता है जिसका फायदा भी आपको नहीं मिलता। नौकरी एक ज्यादा सुरक्षित विकल्प है पर फ़ायदेमंद नहीं है और व्यापार असुरक्षित है पर सही फ़ैसलों के साथ आप इसमे ज्यादा तेजी से विकसित होते हैं। 

यदि आप इस बारे में मेरी निजी राय चाहते है तो मेरी समझ में व्यापार बेशक छोटा हो पर व्यापार आपको ज्यादा जिम्मेदार और परिश्रमी व्यक्तित्व देता है। आपके परिश्रम का सही भुगतान भी आपके खुद के व्यवसाय से ही संभव है। आप बेशक पहली बार दूसरी बार व्यापार में असफल हो सकते हैं पर संघर्ष ही आपको महान बनाते है और अगर आप एक प्रगतिशील और मजबूत व्यक्तित्व के इंसान है तो आपको व्यापार जरुर करना चाहिए। यह मेरी खुद की राय है फैसला आपका है कि आप क्या है अगर आप खुद को समझते है तो आसानी से निर्णय ले सकते है कि आपके लिए क्या ज्यादा बेहतर है नौकरी या व्यवसाय (बिज़नेस)। 
उम्मीद है आप सभी को दी गयी जानकारी पर्याप्त होगी। हमारा यह लेख ( NAUKRI AUR BYAPAR MEIN KYA JYADA ACCHA HAI )आप लोगों की दुविधा को दूर करने में सहायक सिद्ध हुआ होगा। 
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By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

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