कमजोरी और ताकत मनुष्य के लिए एक सिक्के के दो पहलुओं की तरह है। अकेलेपन से होने वाले फायदे और नुकसान(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan) आपके इस सवाल का जवाब हमने काफी मशक्कत के बाद ढूढ़ निकाला है। आज हम आपको बतायेंगे इंसानी स्वभाव के कुछ ऐसे अनसुलझे विचारों और पहलुओं के बारे में जिनकी वजह से इंसान के जीवन पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। और यही फ़ैसले आपको सफल और असफ़लता की तरफ ले जाते हैं।
दोस्तों आज का यह लेख अकेलापन आपकी ताकत या कमजोरी ?(akelapan aapki taaqat ya kamjori?)
बेहद जटिल है और इसके बारे में आप तभी समझ पायेगे जब आपका पूरा ध्यान यहा होगा। हमारे मस्तिष्क को प्रभावित करने वाले विचार ही यह निर्णय करते हैं कि आपका रिएक्शन क्या होगा इसलिए यह बेहद जरूरी हो जाता है। जब आप किसी चीज को समझना चाहते है सीखना चाहते तो उस समय आपका मन एकदम शांत और स्थिर होना चाहिए।
सबसे पहले हम बात करते है :
1)अकेलापन क्या है? : what is loneliness?
दोस्तों आप विचार करिए और सोचिए कि आपने कब अकेलापन महसूस किया है? ईमानदारी से सोचने के बाद आपके पास जो उत्तर होगा वो थोड़ा अलग होगा जो कि बिल्कुल भी अनुमानित नहीं हो सकता है। जहां तक में समझता हू आप में से 85% लोगों ने यह उत्तर सोचा होगा कि अकेलापन हम तब महसूस करते है जब हम अकेले होते हैं। जो कि बिल्कुल भी सही उत्तर नहीं माना जा सकता।
जबकि सत्य तो यह है कि अकेलापन हमारी ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमें हमारे साथ लाखो लोग होते हुए भी हमे अकेलापन महसूस कराती है। अकेलापन हमारा एक मानसिक विकार जो भ्रमित मन या अस्थिर मति के कारण हमारे मन में अशांति फैलाता है और हमे दूसरों से दूरी बनाए रखने के लिए बाधित करता है। असल में अकेलापन दो स्थितियों में होता है :
- जब आप खुद को काबिल नहीं समझते।
- जब आप भौतिक रूप से अकेले होते हैं ।
मुख्यतः पाया यह जाता है कि अकेलेपन की अलग अलग लेवल होते हैं। जैसे कि अगर आप मानसिक रूप से अकेला महसूस करते हैं वैसी स्थिति में आपके साथ कई लोग हो सकते हैं पर फिर भी आप अकेले ही होते है। हैरानी बाली बात यह है कि यह लेवल पिछले वाले लेवल से जुड़ा हुआ होता है उसी से उत्पन्न हुआ होता है। कोई व्यक्ति आपको काबिल नहीं समझते और आपको ऐसा लगने लगता है कि में लायक ही नहीं हू किसी के ऐसा आपको तब लगता है जब कोई दूसरा व्यक्ति आपको ये एहसास कराता है।
उदाहरणार्थ आजकल के युवाओ के प्रेम प्रसंग ही देख लीजिए। इसमे आपको ज्यादातर लोग जिनके प्रेम संबंध टूट चुके होते है वह अकेलेपन की बीमारी से ग्रसित होते हैं।
अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार अकेलापन व्यक्ति के अशांत मन की उपज है जिससे कि व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है आप समाज में रहते हैं और जब यह समाज या (व्यक्ति विशेष) आपकी वैल्यू नहीं समझता वैसी स्थिति में आप अकेलेपन से पीड़ित होने लगते है।
अकेलापन एक ऐसी मानसिक स्थित है जिसमें मनुष्य का दिमाग कोरे काग़ज़ की तरह होता है और यह पूर्णता आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप उसपर क्या लिखते हैं। जो आप करते है वैसा ही आपका अस्तित्व बनता जाता है।
2) अकेलेपन से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा :(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
सुनने में अजीब लगने वाली ये बात असल में एक बेह्तरीन मौका है व्यक्ति को अपना प्रदर्शन सुधारने का। जब हम अकेले होते है या कोई हमे अकेला कर देता जिस व्यक्ति विशेष या जो भी चीज हो जिसके आपका बेहद लगाव होता है वह आपके पास नहीं होती।
यह बात समझने के लिए सबसे पहले आपको ये पता होना चाहिए कि लंबे समय तक कोई व्यक्ति या कोई चीज आपका आकर्षण का केंद्र रहता है तो वह आपके मस्तिष्क में एक विशेष क्षेत्र में अपनी मेमोरी में सेट कर लेता है।
(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
और ऐसा करने के लिए भी हमारे ख़ुद के विचार ही जिम्मेदार होते हैं। जब ऐसा कोई व्यक्ति या वस्तु हमसे संपर्क तोड़ देता है या हमारी कदर नहीं करता उस समय हमारे मन में जो परिस्तिथि होती हैं उस समय यह ऊर्जा विकसित होती है। उदाहरण के लिए आप मान लीजिए कि जब कोई व्यक्ति आपको बेहद परेशान कर देता है और आप उससे तंग आकर अपना पूरा गुस्सा और ताकत के साथ उस पर प्रहार करते हैं।
उस समय आप जिस ऊर्जा का प्रयोग करते है वो आम तौर पर आपके शरीर में नहीं होती और ये उसका भौतिक प्रयोग है। और यही वह ऊर्जा है जो आपके अंदर अकेलेपन में आपके भीतर मानसिक रूप में होती है।
(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
ऐसी स्थिति में आप किसी से कुछ कहना या सुनना नहीं चाहते बस अकेला रहना चाहते है। आप सोचते है कि कितना दर्द होगा आखिर इसकी हद क्या है? आप उस दर्द का इम्तेहान लेने लगते है आप अपने दर्द को ताकत बना लेते हैं। आपको अकेलापन रास आने लगता है और आप एक ऐसी मानसिक स्थिति के राजा होते है जिसका कोई तोड़ ही नहीं है। इस तरह की मानसिकता तभी उत्पन होती है।
जब आप अपने ज़ज्बातो पर काबु पा लेते हैं। ज़ज्बात को काबु करना इतना आसान नहीं है।इसमे इंसान अपने आप को खो देता है उसकी मानसिक हालत किसी पागल जैसी भी हो सकती है। ये ऐसी मानसिक स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति का मन इतना कोमल और सेंसिटिव होता है कि उस समय उसके मन में जो विचार जो भावनाएँ होती है उसपर पीड़ित व्यक्ति तुरंत ही फैसला कर लेता है। (अकेलेपन से होने वाले फायदे और नुकसान(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
अगर आप ऐसी स्थिति से गुजर रहे है तो यह आप निर्धारित करते है कि आपके विचार कैसे होने चाहिए वो अगर अच्छे और सकारत्मक हुए तो व्यक्ति दुनिया की कोई भी चीज़ जरूरत सब हासिल कर लेता है और अगर आप नकारात्मक हुए तो व्यक्ति आत्महत्या जैसे गलत कदम भी उठा लेते हैं।
यह ऊर्जा इतनी ताकत भर होती है कि आपका मन फिर आपका दिमाग फिर अपनी निभ इतनी मजबूती से रखता है कि ज़ज्बात और दर्द की कोई जगह ही नहीं होती है। (Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
ये बिल्कुल नया मन होता है जो प्राकृतिक रूप से हर ज़ज्बाती आपदाओं से निपटने के लिए तैयार है। इस तरह के व्यक्ति अपने आप को अकेला और आध्यात्मिक रूप से मजबूत रखते हैं। व्यक्ति अपनी सारी मानसिक कमजोरियों का बहिष्कार कर देता है और सकारात्मकता की ओर अग्रसर रहता है।
3)अकेलेपन के फायदे :
दोस्तों अकेले रहने के कई फायदे हैं, जब हम अकेले होते है। हमारे पास वो सब करने का समय होता है, जो हम आम तौर पर किसी के साथ रहकर नहीं कर पाते। ऐसे में अकेले होना बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। अकेलेपन के और भी कई ऐसे फायदे है जिनको आप सभी को जानना चाहिए :
- नींद पूरी करना : जब हम किसी के साथ होते है तो हमे अपनी नींद पूरी करने का मौका कम ही मिल पाता है। जब आप अकेले होते हैं तो इत्मीनान से अपनी नींद पूरी करके अपनी मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत करते हैं।
- खुद को समझना : जब आप किसी को अपने करीब लाते है तो सामने वाले व्यक्ति को यह एहसास होता है कि जैसे वह आपके साथ रहकर आप पर कोई उपकार कर रहा हो। ऐसी स्थिति में हम उसको सम्भालने में लगे रहते हैं उनकी हर छोटी से छोटी बात को स्वीकार और उसपर मनन करते हैं। जबकि जब आप अकेले होते आप सिर्फ खुद के बारे में सोचते है कि कैसे आप अपने भविश्य को और मजबूत और बेहतर बना सकते हैं। जिससे आपका वास्तविक फायदा होता है।
- समय का सदुपयोग होता है :किसी के साथ रहने के दौरान आपने बहुत बार आपने ऐसा महसूस किया होगा कि हम अपने समय का दुरुपयोग कर देते है। हमे पता होता इस तरह से हमे नुकसान ही है पर फिर भी आप किसी दूसरे के लिए समय का दुरुपयोग कर देते हैं। जब आप अकेले होते हैं तो आपका एक एक मिनट भी आप अपने अनुसार ईस्तेमाल करते है और समय का पूर्ण उपयोग आपको सबसे बेहतर बनाता है। Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
- कलात्मकता बाहर आती है : आप अपने हुनर को किसी के साथ रहकर कभी बेहतर नहीं कर सकते उस समय बस आप ऊपरी दिशा निर्देशों का पालन कर रहे होते हैं। वह आपकी मूल कला नहीं होती। कला का असली विकास हमारी स्वस्थ्य मानसिकता करती है। जो कि एक बहुत बड़ी खोज है और यह खोज आप खुद के मन को खोद कर करते हैं। यह अपने मन को तभी समझ पाते है जब आप अकेले होते हैं। (अकेलेपन से होने वाले फायदे और नुकसान)
- मानसिक प्रबलता : हमारा मानसिक विकास कब होता है।मनुष्य का दिमाग ब्रहमांड की सबसे बड़ी ताकत है पर हर व्यक्ति इसको अपने हिसाब से नियंत्रित नहीं कर पाता। जबकि दुनिया के बड़े बड़े मनोविज्ञानी यह मानते है कि जो लोग अपने मन को नियंत्रित कर लेते है उनके लिए कुछ भी मायने नहीं रखता इस तरह के लोग योगी माने जाते हैं। जब आप अपने आप को अकेला पाते हमारा मन अपनी खोज में होता है और इस समय वह सबसे बेहतर ढंग से कार्य कर रहा होता है। पूरा मानसिक संतुलन तनाव मुक्त मन आपकी मानसिक प्रबलता को विकसित करता है।
(अकेलेपन से होने वाले फायदे और नुकसान(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
- चिंता मुक्त रहते हैं : एक बार आपका आपका मन अकेलेपन को स्वीकार कर लेता है इसके बाद आपको अनगिनत फायदे महसूस होंगे। आप पाएंगे कि अकेले रहकर आप चिंता और दबाव से मुक्त हो गए है। कोई फिकर नहीं सारी चीज़े अपने हिसाब से कब क्या करना है सब आप निर्धारित करते है। साफ़ शब्दों में कहा जाए तो हकीकत में आप का खुद पर पूरा नियंत्रण रहता है। जिससे आपको किसी और की चिंता नहीं होती कि वह व्यक्ति क्या सोचेगा, क्या बोलेगा, गुस्सा हो जाएगा, इत्यादि। Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
दोस्तों जब हम अकेलेपन से जुझ रहे होते वह समय बहुत कष्टदायी होता है। इसलिए आपको सकारात्मकता के साथ अपने विचारों को इस तरह प्रबल करना है कि आपका मन सिर्फ सकारत्मक कार्य और विचारो का गठन करने लगे। Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
4)अकेलेपन से होने वाले नुकसान :
आप सोचते कब है? आपका ज्यादातर लोगों का जबाब होगा कि जब वह अकेले होते है। यही सही बात है हम हमेशा सोच विचार अकेले होने पर ही करते है। जब यह अकेलापन किसी प्रियजन से बिछड़ने का हो तो? आपका मन विचार नहीं कर पाता हमारा मन स्थिरता को खो देता है। स्थिति इतनी गम्भीर हो जाती है कि हम अपने आप को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से खुद को नष्ट करने पर उतर जाते है।Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
ऐसा होता इसलिए है कि आपकी नाराजगी उस शख्स (प्रियजन) से ज्यादा खुद से होती है। और इसलिए होती की आप अपनी पूरी क्षमता से कोशिस करते हैं उनकी हर जरुरत को पूरा करे और आप करते है। इसके बाबजूद भी वह आपको अकेलेपन से जूझने के लिए छोड़ देते हैं। (Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
आप इनलोगों के लिए हमेशा बेहतर करने का प्रयास करते हैं और फिर भी उनकी मानसिकता आपके लिए प्रभावी रूप से नहीं होती। ये बातें आपको उस समय बेहद तंग करती है जब आप अकेले होते हैं। फिर आप खुद को ही दोषी मान लेते हैं कि आख़िर आपने ऐसे व्यक्ति का चुनाव ही क्यु किया जो आपको अकेला छोड़ कर आगे निकल गया। ((Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
हमारे विचार ही तय करते है कि हमारी मानसिकता क्या होगी आप जितना नकारात्मक सोचते जायेगे आप उतना ही खुद को तकलीफ़देह परिस्तिथियों की तरफ बढ़ते जायेगे।
ऐसे में आपका मन डिप्रेशन, मानसिक तनाव, और कई तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों से ग्रस्त होने लगते हैं। आपका दिमाग नकारात्मकता से भर जाता है। कुछ समय के बाद हम इस अकेलेपन से घिर जाते हैं, हम इस अकेलेपन को पसंद करते हैं। क्योंकि यह हमारा दोस्त बन गया है… .अब इसे अपना अड्डा मानने लगते हैं क्योंकि यह आपकी आदत बन गई है। ऐसे में आपको लगता है किसी को आपकी जरूरत नहीं है फिर आप सबसे दूर और अकेला रहना पसंद करते हैं और खुद को मारने का भी प्रयास करते है।Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। यह सबके साथ रहना पसंद करता है जब हम सेक्स करते हैं या मनोरंजक गतिविधियों में भाग लेते हैं (जैसे दोस्तों के साथ हँसना, कॉमेडी देखना, या कॉमिक किताबें पढ़ना), तो हमारे दिमाग में एंडोर्फिन नामक प्राकृतिक ओपिओइड रसायन निकलता है, यह रसायन एक नशे की लत की तरह काम करता है। जब आप अचानक से सारी ऐसी गतिविधियों से दूर होते है तो यह एक लत जैसा होता है
आपको लत होती है कि आप वो सारे कार्य करे जिससे यह रसायन द्वारा निकले जिसके लिए आप अपनी पसंद के काम करते हैं। (Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
यह रिलीज ( हार्मोनल रिलीज) शारीरिक और भावनात्मक दोनों रूप से नशे की लत हो सकती है, यही वजह है कि हम मानव कनेक्शन के लिए तरसते हैं (और संघर्ष करते हैं)।
यही कारण है कि अकेलेपन (कैद) को सरकार सज़ा के तौर पर लागू करती है। जब आप अकेले रहते हो तो मानिसक मनन करके अपनी गलतियों को स्वीकार कर लेते है।
यदि आप वास्तव में अकेले महसूस कर रहे हैं, तो एक नया विचार लें। उस विचार को अपने जीवन में उतारें- उसके बारे में सोचें, उसका सपना देखें, उस विचार पर जीएं, मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों को अपने शरीर के हर हिस्से से जाने दें, इससे भरपूर रहें विचार, और केवल किसी अन्य विचार को छोड़ दें। यह सफलता का रास्ता है। इस दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं है जो आपके मजबूत इरादों को तोड़ सके।
(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
अकेलापन एक वरदान साबित हो सकता है बस आपको अपने नकारात्मक विचारो पर काबु करना होगा। मेरा मानना है कि अकेलापन इंसान को उसकी ताकत से परिचित कराता है जब हम दूसरों के साथ होते है तो उन पर निर्भर होते हैं। अकेले रहकर हम आत्मनिर्भर और मजबूत इच्छाशक्ति के साथ अपने सपने पूरे कर सकते हैं। ज़ज्बात इन्सान की कमजोरी है। आप अकेले रहकर इस कमजोरी से जीत सकते हैं। Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
अकेलापन मनुष्य के प्राकृतिक नियमों के अनुसार नहीं है हम सभी जानते हैं कि व्यक्ति को सबके साथ मिलजुल कर रहना चाहिए। पर अगर अकेलापन आपको खुद के हुनर हो तराशने का और खुद के आत्मविश्वास को खोजने का मौका देता है तो आप जरुर इस दौर से गुजरे पर याद रहे आप सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा और अपनी मानसिकता को मजबूत करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। (अकेलेपन से होने वाले फायदे और नुकसान(Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
संघर्ष के दौरान आपको अकेला रहना चाहिए और मंजिल मिलने पर सबका साथ देना चाहिए। हमे पता है हमने हमारी खुशियो के लिए क्या कीमत चुकायी है। कहने वाले कुछ भी कहे आप अपना व्यक्तित्व लौहे से भी ज्यादा मजबूत है।
उम्मीद है आपको हमारा यह लेख समझ आया होगा। इसमे लिखे विचारो से अगर आप सहमत नहीं है। तो हमे कमेन्ट बॉक्स में अपना सुझाव लिख कर बता सकते हैं। हम हमारा उद्देश्य आप सब की सकरात्मक मदद करना है। {Akelepan Se Hone Wale Fayde Aur Nuksaan)
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