(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) इससे पहले हम कुएँ के इतिहास के बारे में गहन चर्चा करे जरूरी है कि आप पहले यह जान ले आखिर ये कुँए होते क्या है?  दोस्तों दुनिया हर सभ्यताओं में पानी खोजने के लिए कुएँ का महत्पूर्ण योगदान रहा है।

आपके दिमाग में यह सवाल भी उठ रहा होगा कि दुनिया का सबसे पुराना कुँआ कौन-सा है? आपकी सभी जिज्ञासाओं को दूर करने के लिए ही हमने यह लेख लिखा है। (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

दुनिया का सबसे पुराना कुआँ

यह भी पढ़े :दुनिया के 8 सबसे पुराने कछुए | Duniya ke Sabse Purane kachuye

वास्तविकता में कुओं का इतिहास बहुत पुराना है, करीब 10,000 साल पुराना परंतु जो कुएँ पुरातन काल से मिले उनमें से कुछ एक ही पुरातत्व सर्वेक्षण में मिल पाए हैं। 

कुएँ क्या होते है? 

प्राचीन काल में जमीन के नीचे का पानी निकालने के लिए जमीन की खुदाई की जाती है और काफी खुदाई के बाद उन्हें जमीन के नीचे भरा भूमिगत जल मिल जाता था। 

तो आसान शब्दों में कहा जाए तो कुआँ एक भूमिगत जल तक पहुँचने के लिए खुदाई या ड्रिलिंग करके जमीन में बनी एक संरचना या उत्खनन है, जैसे जलभृत।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया की 10 सबसे पुरानी कार | Duniya ki Sabse purani Car

आज के ज़माने में भी पीने लायक मीठा पानी जमीन के नीचे से ही आता सिर्फ इतना अन्तर है कि आज समय ने तरक्की करके अपनी तकनीक को विकसित किया है। 

जिससे भिन्न भिन्न प्रकार की ड्रिलिंग मशीन बन गयी है। जिनकी सहायता से छोटा सा गहरा गड्ढा किया जाता है और उस गड्ढे में मोटर को डालकर पानी निकालते है। (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

प्राचीन काल में कुँए को खोदने के लिए किसी भी तरह की तकनीक नहीं थी सिर्फ हाथ और धातु और पत्थर के औजारों के दम पर ही काफी बड़े गहरे गड्ढे खोद कर मीठा और स्वच्छ पानी निकाला जाता था। 

हजारों वर्षों से लोग और समुदाय पानी प्राप्त करने के लिए कुओं का उपयोग कर रहे हैं।  आज स्थिति यह है कि घर घर नलकूपों का निर्माण हो गया जिससे पानी का अत्याधिक दोहन किया जा रहा है। (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

आवश्यकता से अधिक पानी की बर्बादी की वजह से भूमिगत जल अब खत्म होने के कगार पर है और बिना मीठे पानी के जीवन संभव नहीं है।

 सरकारों को नए नलकूप बनने पर रोक लगानी चाहिए और पानी के वितरण के लिए एक सटीक और सबको बराबर पानी ऐसी किसी योजना पर विचार करना चाहिए। 

यह भी पढ़े :दुनिया के 9 सबसे पुराने जीवित पौधे | OLDEST LIVING PLANTS IN THE WORLD

दुनिया का सबसे पुराना पानी का कुआं

दुनिया का सबसे पुराना कुआँ

पानी के कुँए के इतिहास में सबसे पुराना पानी का कुआं कम से कम 8000 साल पहले पानी के कुओं के शुरुआती खातों का पता लगाया गया है।  दुनिया के कुछ सबसे पुराने कुएँ इज़राइल, भारत और चीन में बनाए गए थे।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया के 10 सबसे पुराने स्कूल | Duniya Ke Sabse Purane School | OLDEST SCHOOLS

भारत में स्थिति कुएँ , आमतौर पर बावड़ी के कुएं के रूप में खोदे जाते थे।  बड़े-बड़े गड्ढों को हाथ से खोदा गया और फिर सीढ़ियों को बनाने के लिए पत्थरों से पंक्तिबद्ध किया गया। उस समय लोगों ने इन कदमों की सीडियां बना कर  भूजल तक पहुंच बनाई।

नवपाषाण काल ​​​​के दौरान, चीनी श्रमिकों ने पीने के लिए भूजल तक पहुंचने के लिए गहरे कुएं खोदे।  इन कुओं को लट्ठों की पंक्तियों के साथ पंक्तिबद्ध किया गया था और शीर्ष पर एक वर्गाकार आवरण लगा हुआ था – जो आज भी हमारे पास है, उसका एक बहुत ही मूल संस्करण।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया के 10 सबसे पुराने YouTubers | TOP 10 OLDEST YouTubers In The World

दुनिया के सबसे गहरे हाथ से खोदे गए कुएं को वुडलिंगडीन वेल के रूप में जाना जाता है और यह कुँए ब्राइटन, ईस्ट ससेक्स में स्थित है।  यह कुएँ दुनिया के सबसे कुओं में से एक है।

 कुआं करीब 1285 फीट गहरा है -एक जो एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जितना लंबा है (याद रखें कि इसे हाथ से खोदा गया है!) श्रमिकों ने लगातार चार साल 24 घंटे खुदाई की उन्होंने अंततः भूमिगत पानी पानी निकाल नहीं लिया। आप भी  कुएं के दर्शन किए जा सकते हैं !(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

पानी के कुओं का एक काफी लंबा इतिहास है, जो करीब 8,000 साल पुराना है।  कुआँ एक उत्खनन या संरचना है जो भूमिगत जलभृतों में पानी तक पहुँचने के लिए जमीन में एक छेद खोदकर या खोदकर बनाया जाता है।  

और कुँए में से पानी को या तो पंप या फिर बाल्टी द्वारा खींचा जा सकता है, या फिर यंत्रवत् तरीके से या फिर हाथ से उठाया जा सकता है।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया के 10 सबसे पुराने दरवाजे | OLDEST DOORS IN THE WORLD

कुओं को सबसे पहले नवपाषाण युग में खोदा गया था, जो लगभग 7,000 – 10,000 ईसा पूर्व की बात है ।  प्राचीन काल में  कुओं का निर्माण कृषि क्षेत्रों के हित में हुआ यह प्रतीत होता है। जब तक लोहे, तांबे और कांसे के औजारों का उपयोग शरू हुआ , तब तक ज्यादातर बस्तियों में कुएँ खोदे जा चुके  थे।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

दुनिया का सबसे पुराना ज्ञात कुआँ इज़राइल के एटलिट याम में खोजा गया था।  पुरातत्वविदों ने इस कुएं को सन 8100-7500 के बीच का बताया है।  यूरोप में पाए जाने वाले अधिकतर नवपाषाणकालीन कुएं लकड़ी के बने हुए थे और इनपर लौह युग से की दिनांक डली है। (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया के 10 सबसे महान और प्रसिद्ध वैज्ञानिक | TOP 10 SCIENTIST

19वीं शताब्दी की शुरुआत तक भी , कुएं हाथों से ही खोदे जाते रहे। पहली बार  यांत्रिक ड्रिलिंग का उपयोग करके कुआं 1808 में  खोदा गया।   

1884 से त लकड़ी के ड्रिलिंग रिग उपयोग में आने लगे थे, और फिर जैसे-जैसे समय बीतता गया, भाप से चलने वाली ड्रिलिंग मशीनों का उपयोग कुँए को खोदने के लिए किया जाने लगा।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

1908 में हॉवर्ड ह्यूजेस सीनियर द्वारा रोलर कोन ड्रिल बिट के आविष्कार के बाद 20 वीं शताब्दी के शुरुआत में रोटरी ड्रिलिंग से कुँए खोदने की तकनीक आम हो गई।

UGS , एक बदलती दुनिया के लिए विज्ञान के बारे में बताते हैं कि , “कुएं सभी समाजों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे, कई स्थानों पर कुएँ घरेलू उपयोग पीने ले पानी के लिए , सिंचाई और उद्योगों के लिए पानी की एक विश्वसनीय और पर्याप्त आपूर्ति प्रदान करते थे । (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया के 7 सबसे पुराने (रेस्तरां) रेस्टोरेंट्स | DUNIYA KE SABSE PURANE RESTAURANTS

और ऐसी जगहों पर (रेगिस्तान) जहां सतही जल  बहुत दुर्लभ था ऐसी जगहों पर जंहा नदी तालाब नहीं थे वहां लोग बिना कुँए के जीवित नहीं रह सकते थे। , जैसे कि रेगिस्तान में, लोग जीवित नहीं रह सकते और भूजल के बिना पनप नहीं सकते। ”

दुनिया का सबसे गहरा कुआं ब्राइटन, ईस्ट ससेक्स में है।  वुडिंगडीन वेल 1,285 फीट गहरा (392 मीटर) है, और एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जितना लंबा है उतना ही गहरा है!  मार्च 1858 में ब्राइटन गार्जियंस द्वारा वुडिंगडीन कुएं पर काम शुरू किया गया था।  (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

कुँए को लगातार चार साल तक 24 घंटे खोदा जाता था। कुँए मोमबत्ती की रोशनी में खोदे गए। खुदाई करने वाले लोगों में से कईयों की जान कुँए में गिर कर किसी घटना से हो जाती थी। 

यह भी पढ़े :दुनिया के 9 सबसे पुराने फोन | DUNIYA KE SABSE PURANE PHONE

काफी गहरी खुदाई के बाद रविवार 16 मार्च 1862  की शाम को आखिरकार पानी तक पहुँचा गया। कुएं के तल पर एक ईंट बनाने वाले ने देखा कि वह जिस जमीन पर खड़ा था, उसे धीरे-धीरे ऊपर की ओर धकेला जा रहा था।  पुरुषों ने केवल 4 फीट चौड़े कुएं को खाली करने के लिए सीढ़ियां चढ़ीं।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

 कुएं के शीर्ष तक पहुंचने में 45 मिनट का समय लगा।  और अचानक एक गर्जना हुई, और   कुएं के शाफ्ट में पानी भर गया – पानी आखिरकार मिल गया था।  यह कुँआ आज भी वुडिंगडीन वेल नफिल्ड अस्पताल के प्रवेश द्वार पर पाया जा सकता है।

यह भी पढ़े :दुनिया की 7 सबसे पुरानी चट्टानें और पत्थर | OLDEST ROCKS

प्राचीन काल में कुऍं से जुड़ी हुई आस्था और विश्वास 

दुनिया का सबसे पुराना कुआँ

कई लोककथाओं और पौराणिक कथाओं में कुँए का जिक्र मिलता है और उन्हीं के आधर पर भारत में विश्वास किया जाता है कि प्राचीन कुछ किए ऐसे है कि उनमें नहाने से कई तरह की शारीरिक और मानसिक बीमारियों का उपचार किया जा सकता है। (दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया की 8 सबसे पुरानी झीलें | DUNIYA KI SABSE PURANI JHEELE

कुओं की एक लंबी परंपरा है।  यूरोपीय लोककथाओं में इच्छा पूरी करने वाले कुँए लोकप्रिय हैं। जर्मनिक और सेल्टिक लोग झरनों और कुओं को पवित्र स्थान मानते थे।

कभी-कभी, उनके ईश्वर को लकड़ी के आंकड़े पर कुएं पर लगाए जाते थे, संभवतः पूल से जुड़े भगवान के प्रतीक के रूप में।  

माना जाता था कि पानी में उपचार की शक्ति होती है, इसलिए बहुत से लोग इसे पीते हैं, इसमें स्नान करते हैं या इसके लिए कामना करते हैं।  

लोग मन में अपनी इच्छा करते थे और एक सिक्का कुएं में फेंक देते थे।  यह इच्छा तब पूरी होती थी जब कोई व्यक्ति उस सिक्के को ढूँढ लेता था। आज शादियों में दूल्हा-दुल्हन को उपहार देने के लिए मेहमानों के लिए wishing Wells का उपयोग किया जाता है।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दरवाजों का इतिहास : समय के साथ एक सफर 2021

19वीं सदी में ‘हीलिंग’ (बीमारियों को ठीक करने वाले) कुएं और स्पा लोकप्रिय थे।  माना जाता था कि इन कुओं में 19 ज्ञात बीमारियों को ठीक करने के लिए उपचार गुणों वाला पानी होता है। 

लिम्पली स्टोक में शिंगल बेल वेल आंखों के रोगों को ठीक करने के लिए प्रसिद्ध था।  कहा जाता है कि बिडस्टोन में एक  कुएं ने एक महिला को हिस्टेरिकल दौरे से ठीक कर दिया था।(दुनिया का सबसे पुराना कुआँ) 

यह भी पढ़े :दुनिया की 11 सबसे शक्तिशाली प्राचीन महिला शासक
Image credit : www.google.com

By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x