महिलाओं को स्तनों को लेकर बड़ी चिंताएं होती है, वे अपने स्तनों को आकर्षण का केंद्र मनाती है और यह बात काफी प्रमाणित भी है। महिलाओं के स्तनों से जुड़े कई विकार होते है, जिसमें सबसे अधिक छोटे स्तन, स्तनों का अत्याधिक ढीला होना और लटक जाना , रंग स्तनों के रंग में अन्तर होना, स्तन कैंसर, गर्भवती होने पर स्तनों में दुध ना निकलना या कम निकलना जैसी कई और समस्याएं है, लेकिन आयुर्वेद और योग शास्त्र आपको स्तनों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए पूरे उपाय देता है जिनकी मदद से आप अपने स्तनों को सबसे सुंदर, सुडौल और आकर्षक बना सकती है। 

आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार स्तनों के स्वास्थ्य के लिए दो प्रमुख धातु जिम्मेदार होती है जिनमे से एक है रस धातु और दूसरी मेघा धातु। दुनिया भर की करोडों महिलाएं अपने स्तनों से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं। समस्याएँ चाहे जो भी हो लेकिन भारतीय आयुर्वेद आपको इसके उपचार बताता है। योग विद्या के दो योग आसान ऐसे है जो खासतौर से महिलाओं के स्तनों को स्वस्थ्य रखने के लिए निर्धारित किए गए हैं। यदि आप अपने स्तनों को सबसे सुंदर और स्वस्थ्य रखना चाहते हैं तो आपको आयुर्वेद द्वारा बताये गये इन योगों को और कुछ आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन जरुर करना चाहिए। 

महिलाओं के स्तनों से जुड़े कुछ जरूरी तथ्य – 

  • WHO की ताजा रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में महिलाओं के स्तन कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 
  • सिर्फ 2019 में, महिलाओं में आक्रामक स्तन कैंसर के लगभग 2,68,600 मामले सामने आए, जबकि पुरुषों में निदान किए गए लोगों की संख्या 2,670 थी।
  • महिलाओ को अपने स्तनों को स्वस्थ्य रखने की बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए। 
  • विकर्ण खिंचाव (Diagonal Stretch) महिलाओं के स्तनों को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है ।
  • मेंढक पोज आपकी सभी मांसपेशियों को फैला कर, लसीका जल निकासी(lymphatic drainage) को उत्तेजित करता है।
  • धनुरासन स्तन कैंसर के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। 

स्तनों के स्वास्थ्य को दो कारण प्रभावित करते है – स्तनों के Tissue (ऊतकों) का स्वास्थ्य खासकर रस धातु और मेघा धातु , और लसीका (lymph) बिना किसी बाधा या रुकावट के आसानी से हर चैनल से प्रवाहित हो सके। 

आयुर्वेद मानता है कि स्तनों की समस्याएं शारीरिक और प्राकृतिक दोनों ही सकती है जैसे कि किसी duct का blok होना (अवरुद्ध वाहिनी) या फिर भावनाओं और ऊर्जा से प्रभावित होकर। 

इन सभी बाधाओं को दूर करने और आपके स्तनों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, आयुर्वेद इन योग आसनों का अभ्यास करने की सलाह देता है – 

विकर्ण खिंचाव (Diagonal Stretch) – 

 स्तनों को स्वस्थ्य रखने के लिए योगासन

योग करने के लिए निम्न बिंदुओं को फालो करे यह योग करने के लिए सबसे पहले आप  – 

  • आरामदायक स्थिति में बैठ जाए या खड़े हो जाए। 
  • अपने हाथों के अंगूठे को अपनी हथेली पर, छोटी उंगली के ठीक नीचे रखें।  अपनी बाकी उंगलियों को एक सीध में रखें।
  • अपनी भुजाओं को जमीन के समानांतर रख कर अपनी तरफ खींचे। 
  • अपनी हाथों की हथेली को फर्श की ओर रखे। 
  • अब दूसरे हाथ को नीचे लाते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
  • एक हाथ ऊपर उठाते हुए गहरी सांस लें और इसे नीचे करते हुए सांस छोड़ें।  दूसरे हाथ से दोहराएं।
  • ऐसा 2 मिनट तक करें। 

विज्ञान के अनुसार : हस्तमैथुन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह या फायदेमंद | Hastmaithun ke Fayde Aur Nuksaan

मंडूकासन (Frog Pose) – 

 स्तनों को स्वस्थ्य रखने के लिए योगासन

Frog Pose करने के कई लाभ है, लेकिन यह महिलाओ के लिए खास लाभकारी है। यह आसन आपके कूल्हे और कमर को खोलता है जो आपके जोड़ (आंतरिक जांघ की मांसपेशियों), कूल्हों और कोर में मौजूद मांसपेशियों पर अपना प्रभाव छोड़ता है। यदि आप मेंढ़क पोज डेली करती है तो यह आपकी जमी हुयी मांसपेशियों को खोल देता है। 

यह स्तनों को सुडौल आकार देता है। Frog Pose करने के लिए निम्न बिंदुओं को फालो करे – 

  • पैरों को थोड़ा अलग करके खड़े हो जाएं
  • एक टेबल पोज़ में स्क्वाट करें।
  • अपने घुटनों को जितना हो सके उतना चौड़ा करें।
  • इसके बाद, अपनी कोहनियों और फोरआर्म्स को इस तरह रखें कि यह फर्श पर दब जाए और आपकी हथेलियां आपस में दब जाएं।
  • अपने घुटनों को जितना हो सके फैलाएं।
  • दस सेकंड के लिए मुद्रा में रहें और प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।
  • 10 बार दोहराएं।

आयुर्वेदिक विज्ञान के आपके स्तन, मेधा धातु (फैट युक्त ऊतक), ग्रंथि ऊतक और लसीका जल निकासी (lymphatic drainage) से बने होते हैं। लसीका (LYMPH) रस धातु का एक जरुरी घटक है।  और ये दोनों आसन लसीका जल (lymphatic drainage) की निकासी में सहायता करते हैं, और इसके बीच आने वाली सभी जटिलताओं और रुकावट को दूर करते हैं, और आपके स्तनों को बीमारियों से ग्रस्त होने से को रोकते हैं। 

महिलाओं के लिए कुछ अन्य उपयोगी आसन – 

यह सभी योग खास महिलाओं के लिए उपयोगी होते हैं यदि आप इन्हें प्रतिदिन करती है तो निश्चित ही आप रोगमुक्त, सुंदर और आकर्षक शरीर बना सकती है। 

महिलाओं को अपने स्तनों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उत्पादों का सेवन भी करना चाहिए। नीचे बताई गए सभी आयुर्वेदिक उत्पाद खास महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इनका सेवन करने से आपके शरीर का ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है और आपके स्तनों को एक सुंदर सुडौल आकार मिलता है। 

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By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

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