दुनिया के 10 सबसे पुराने देश | | DUNIYA KE SABSE PURANE DESH हालांकि हम सब ये बखूबी जानते होंगे कि धरती पर सदियों से इंसान रह रहे हैं। क्या आप जानते है आखिर “धरती पर इंसान कहाँ से आए?” 

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ऊपर दिए गए लेख को पढ़कर आप यह तो समझ ही गए होंगे कि धरती पर इंसानों का आगमन कैसे हुआ। जैसे जैसे मानव विकसित हुआ उसने अपने कबीले बनाए फिर गाँव बने फिर एक शहर बना और उसके बाद बने देश पर यह इतनी आसानी से समझने वाली बात नहीं है तो आइए आज हम जानेंगे दुनिया के सबसे पुराने देशों के बारे में की किस तरह दुनिया का पहला देश बना। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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यद्यपि मानव जीवन का निर्माण लाखों वर्ष पहले ही शुरू हो चुका था , परंतु मानव सभ्यता के शुरुआती लक्षण हाल ही में मानव समयरेखा में दिखाई दिए है ।  मानवों की शुरुआती सभ्यताओं का विकास करीब 6500 वर्ष पहले हुआ था।

यह वो समय था जब इंसानो ने खानाबदोश (जिसके रहने खाने का स्थान निश्चित ना हो मानवों ने इस तरह का ) जीवन जीना बंद कर दिया था। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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अब इंसान एक निश्चित जगह पर रुकने और रहने लगे थे। इसी समय में इंसानो की पहली बस्ती बनी और इन्ही बस्तियों से शहरो का निर्माण हुआ और यही से इंसानो के विकसित होने की प्रक्रिया में तेजी आती है। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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इन प्रारंभिक बस्तियों ने जल्द ही बड़े शहरों को जन्म दिया और अलग देशों और राष्ट्रों के विचार पनपने शरू हो गए ।  सभ्यता के विकसित होने के कुछ समय बाद ही कुछ शुरुआती देशों का गठन हुआ और इस सूची के सभी देश तकरीबन हजारों साल पहले बने थे।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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दुनिया के 10 सबसे पुराने देश  – 

  • मिस्र (Egypt) 
  • भारत (INDIA) 
  • अफगानिस्तान (Afganisthan) 
  • चीन (CHINA) 
  • जॉर्जिया (Georgia) 
  • इथोपिया (Ethiopia) 
  • ग्रीस (Greece) 
  • जापान (Japan) 
  • ईरान (IRAN) 
  • सैन मैरिनो(San Marino) 

1. मिस्र (Egypt) 

प्राचीन मिस्र की सभ्यता ने करीब 6000 ईसा पूर्व ही जन्म ले लिया था। 6000  ईसा पूर्व ही प्राचीन मिस्र निवासी नील नदी घाटी में शिकारी-संग्रहकर्ता के विभिन्न समूह में बस गए थे।  मिस्र का पहला राजवंश c.3100 ईसा पूर्व का है। 

इस समय की अवधि के आसपास, ऊपरी और निचले मिस्र को राजा मेनस द्वारा एक ही राज्य में एकीकृत किया गया था। मिस्र का पहला संस्थापक के रूप में मेनस ही एक मात्र नाम मिलता है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

 हालांकि कई इतिहासकार यह भी मानते है कि मिस्र का संस्थापक नर्मर नामक शासक था । यही कुछ ऐसे कारण है, जो मिस्र को दुनिया का सबसे पुराना देश बनाते है। 

राजा नर्मर (King Narmer) ने पूरी नील नदी घाटी में अपना राज्य स्थापित किया था। वह पूरे मिस्र पर नियंत्रण रखने में सक्षम था। नर्मर ने अपनी राजधानी की स्थापना मेम्फिस (आधुनिक काहिरा के पास एक शहर) में की ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

 यह एक इकलौता पहला ऐसा राजवंश  था जिसने अगले तीन सहस्राब्दियों तक मिस्र पर शासन किया। इनका शासन तब तक रहा जब तक कि 332 ईसा पूर्व में सिकंदर महान द्वारा इसे जीत नहीं लिया गया।   

आज के इस आधुनिक मिस्र की स्थापना 1953 में 1942 की मिस्री क्रांति के बाद की गई ।

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DUNIYA KE SABSE PURANE DESH

दिलचस्प जानकारी :

हालांकि मिस्र की एक बड़ी आबादी है, इसके अधिकांश नागरिक नील नदी के किनारे रहते हैं, क्योंकि पूरे मिस्र में यही एकमात्र कृषि योग्य भूमि है (यह लगभग 40,000 वर्ग किमी (15,000 वर्ग मील))।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

स्थापना वर्ष : c.6000 ईसा पूर्व

संस्थापक (ओं): किंग नर्मर (उर्फ मेनेस)

राजधानी : काहिरा

वर्तमान जनसंख्या: 94,798,827 (2017 की जनगणना)

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2. भारत (INDIA) 

भारत की सबसे पुरानी सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता है जो करीब 3300 ईसा पूर्व की है और भारतवर्ष  में लोग तभी से रह रहे हैं। हालांकि इन शुरुआती लोगों ने दुनिया की सबसे शुरुआती शहरी सभ्यताओं में से एक का गठन किया, लेकिन एक राष्ट्र के रूप में भारत की शुरुआत वैदिक काल से हुई जो 1500 ईसा पूर्व –  600 ईसा C तक चली।  (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

इस समय को वैदिक काल कहा जाता है। इस समयावधि का नाम वेदों के उन ग्रंथों के लिए रखा गया है, जो मौखिक रूप से वैदिक संस्कृत में रचे गए थे और वैदिक संस्कृति का विवरण प्रदान करते थे।

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भारत और भारतीय सभ्यता में हिंदू धर्म की नींव वैदिक सभ्यता ने रखी। हालांकि भारत में वैदिक ग्रंथो को आज भी पूजा जाता है और सबसे पवित्र माना जाता है। इसके साथ ही भारत में और भी कई संकेतित पहलू मौजूद है जो इस और इशारा करते हैं। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

भारत में पहला राज्य या जनपद 1200 ईसा पूर्व में बना और यह वैदिक काल के अंत तक चला।   वैदिक काल के अंत में भारत में हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म का उदय हुआ और शक्तिशाली राजवंशों की शुरुआत हुई जिन्होंने  अगले तीन सहस्राब्दियों तक भारत पर अपना शासन किया। 

आधुनिक भारत की स्थापना 1947 की आजादी के बाद हुयी । देश में क्रांति हुयी अंग्रेजो (British empire) को भगा दिया गया। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

DUNIYA KE SABSE PURANE DESH

 दिलचस्प जानकारी :

क्षेत्रफल के हिसाब से भारत दुनिया का 7 वा सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या के आधार पर चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत की कुल जनसंख्या 1.32 बिलियन है। 

स्थापना: c.3300 ईसा पूर्व

संस्थापक : सिंधु घाटी सभ्यता

राजधानी : नई दिल्ली

वर्तमान जनसंख्या: 1,324,171,354 (2016 अनुमान)

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3. अफगानिस्तान (Afganisthan) 

माना जाता है कि सिंधु घाटी सभ्यता में 3000 ईसा पूर्व में अफगानिस्तान में एक उपनिवेश था। उन्होंने वहां दुनिया के सबसे पहले और प्राचीन शहरों में से एक मुंडिगक की स्थापना की आज के समय में यह शहर कंधार के पास है। हालांकि इतिहासकारों और पुरातत्वविदों को अफगानिस्तान के अन्य हिस्सों में भी सिंधु घाटी सभ्यता के छोटे उपनिवेशों के प्रमाण भी मिले हैं। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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और गुजरते समय के साथ अफगानिस्तान में अर्ध-खानाबदोश लोग आकर रहने लगे और वह अपने साथ अपनी संस्कृति भी ले आए। फारस के डेरियस प्रथम और बाद में सिकंदर ने और अन्य कई साम्राज्यों द्वारा अफगानिस्तान पर विजय प्राप्त की गई ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

हालांकि देश कुछ समय के लिए अंग्रेजों से भी काफी प्रभावित  रहा।  1973 में, अफगानिस्तान एक एकात्मक राष्ट्रपति वाला इस्लामी गणराज्य बन गया।

रोचक जानकारी :

यद्यपि अफगानिस्तान आज एक इस्लामी राष्ट्र है, लेकिन कुषाण साम्राज्य के दौरान पहली शताब्दी ईसा पूर्व से तीसरी शताब्दी सीई के तक देश में बौद्ध धर्म फला-फूला।

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 स्थापना: c.3000 ईसा पूर्व

संस्थापक : अज्ञात – संभवतः( सिंधु घाटी सभ्यता) 

राजधानी : काबुली

वर्तमान जनसंख्या: 31,575,018 (2018 अनुमान)

4. चीन (CHINA) 

चीन का पहला राजवंश  2070 ईसा पूर्व जिया राजवंश ने स्थापित किया और यह 1600 ईसा पूर्व तक चला। चीन में ज़िया राजवंश (Xia Dynasty) से पहले किसी और राजवंश का पहला  रिकॉर्ड नहीं मिला है। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

चीन का लिखित इतिहास शांग राजवंश (Sang Dynasty) ( 1600 ईसा पूर्व – 1046 ईसा पूर्व) का है। हालांकि Xia राजवंश  का उल्लेख ऐतिहासिक इतिहास जैसे कि बांस इतिहास, शास्त्रीय इतिहास में किया गया है। 

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1960 और 1970 के दशक में हुए उत्खनन (खुदाई के बाद) तक Xia राजवंश के अस्तित्व के लिए बहुत सारे मजबूत सबूत प्रदान करने वाली कई साइटों का खुलासा हुआ, बहुत से लोगों का मानना ​​​​था कि यह Xia राजवंश में कोई सच्चाई नहीं है बल्कि यह बस एक मिथ्या । (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

चीन में राजवंश काल 1912 तक चला और बाद में किंग राजवंश (King Dynasty) का अंत हुआ और चीनी गणतंत्र का गठन हुआ।  पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना 1949 में हुई थी और आज यह आधुनिक चीन के रूप में जारी है।

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मजेदार जानकारी :

प्राचीन चीन के लोग इतने अच्छे अविष्कार कर्ता थे कि उन्होंने उसी समय कई चीजों के आविष्कार कर लिए थे और उनमें से चार सबसे खास the जिनका ईस्तेमाल पूरी दुनिया आज भी कर रही है – कंपास, बारूद, पेपरमेकिंग और प्रिंटिंग यह चारो अविष्कार आज दुनिया के हर कोने में उपयोग में लिए जाते हैं। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

चीनी संस्कृति में उनके ऐतिहासिक महत्व के लिए और प्राचीन चीन के उन्नत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रतीक के रूप में कई त्यौहार मनाए जाते हैं।

स्थापना: c.2070 ई.पू.

संस्थापक : यू द ग्रेट (Yu the Great) 

राजधानी : बीजिंग

वर्तमान जनसंख्या: 1,403,500,365 (2016 अनुमान)

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5. जॉर्जिया (Georgia) 

जॉर्जिया के ऐतिहासिक तथ्य कोल्चिस के पौराणिक साम्राज्य और कार्लटी/इबेरिया के साम्राज्य में देखने को मिलते हैं। ये दोनों ही साम्राज्य लगभग 1500 ईसा पूर्व यूरेशिया के कांस्य युग के दौरान काफी महत्वपूर्ण थे।

दुनिया के 10 सबसे पुराने देश

ग्रीक पौराणिक कथाओं में, खास कर से गोल्डन फ्लीस, जेसन और अर्गोनॉट्स की कहानी में, कोल्किस साम्राज्य का उल्लेख अक्सर देखने को मिलता है ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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हालांकि ये कहानियां सिर्फ किंवदंतियों (मिथ) हो सकती हैं। शक्तिशाली जनजातियों  द्वारा 12 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में जॉर्जिया में छोटे छोटे राज्यों की स्थापना की गयी थी। 

करीब 66 ईसा पूर्व के आसपास एक संक्षिप्त रोमन विजय के बाद, रोम और ईरानी राज्यों ने जॉर्जिया के लिए 700 से अधिक वर्षों तक लड़ाई लड़ी। 7वीं शताब्दी ईस्वी में जॉर्जिया पर प्रारंभिक मुस्लिम विजय पाई गयी ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

 इसके बाद देश के ऊपर रूसी और फारसी लोगों का शासन था। रूसी साम्राज्य से आजादी के बाद , जॉर्जिया सोवियत संघ का हिस्सा बन गया। अंततः 1991 में जॉर्जियाई लोगों ने अपनी वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त की।

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मजेदार जानकारी :

जॉर्जिया  चौथी शताब्दी की शुरुआत में ईसाई धर्म अपनाने वाला दूसरा देश बन गया  था और जॉर्जियाई रूढ़िवादी चर्च दुनिया के सबसे पुराने ईसाई चर्चों में से एक है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

स्थापना: c.15 वीं शताब्दी ईसा पूर्व

संस्थापक : Colchians

राजधानी : त्बिलिसीक

वर्तमान जनसंख्या: 3,729,600 (2016 अनुमान)

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6. इथियोपिया (Ethiopia) 

इथियोपिया में मानव जीवन लाखों वर्षों से है क्योंकि शोधकर्ताओं के द्वारा किए गए कई शोधों से पता चला है कि इथियोपिया में एक वानर जैसा दिखने वाला प्राणी जो आधुनिक मनुष्यों का पूर्वज हो सकता है, आस्ट्रेलोपिथेकस एफरेन्सिस से संबंधित कंकाल के टुकड़े, मिले हैं जो इस क्षेत्र में पाए गए थे, यह कंकाल के टुकड़े लगभग 3.4 मिलियन – 2.9 मिलियन वर्ष पुराने हो सकते हैं। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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धीरे धीरे  इथियोपिया में जीवन फलता-फूलता गया,  एक जटिल समाज विकसित होने लगा और स्थापित किए गए पहले  प्राचीन राज्यों में से एक Dʿmt (डमट) था, जो c.980 BCE  से c.400 BCE तक चला । 

विकसित हुए इन राज्यों में लोगों ने सिंचाई योजनाओं का उन्नत विकास किया, हल  इत्यादि का इस्तेमाल करके , बाजरा उगाया  इसी के साथ उन्होंने कई लोहे के औजार और हथियार बनाए।   (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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डमट राज्य के पतन के बाद, अक्सुमाइट साम्राज्य  आया जो लगभग 100 ईस्वी में सत्ता में आया और 940 ईस्वी में कुछ समय के बाद समाप्त हो गया।  इस राज्य के बाद ज़गवे राजवंश, और उसके बाद सोलोमोनिक राजवंश – ने इथियोपिया पर राज्य किया। इथियोपिया में 1974 तक  राजशाही का शासन जारी रहा ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

मजे की बात :

इथियोपिया अफ्रीका के एकमात्र ऐसे देशों में से एक है जिसे कभी भी यूरोपीय शक्ति द्वारा उपनिवेश नहीं बनाया गया था, लेकिन इस पर 1936 – 1941 तक इटालियंस का कब्जा रहा था ।

स्थापना: c.980 ईसा पूर्व

संस्थापक : अज्ञात

राजधानी : अदीस अबाबा

वर्तमान जनसंख्या: 102,403,196 (2016 अनुमान)

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7. ग्रीस (Greece) 

ग्रीस का पुरातन काल देश की सबसे प्रमुख समय अवधियों में से एक है क्योंकि इसी समय में ग्रीक के शास्त्रीय काल की नींव रखी, जिसे आज आधुनिक पश्चिमी सभ्यता की नींव स्थापित करने के लिए जाना जाता है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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 ग्रीस के इतिहास में यह अवधि लगभग 800 ईसा पूर्व शुरू हुई जब ग्रीस अंधेरे युग से उभरने लगा था । 800 ईसा पूर्व ग्रीस में मानव सभ्यताओं की शुरू आत हुयी थी जो धीरे धीरे विकसित होकर आज के इस आधुनिक युग में तब्दील हो गयी। 

पुरातन काल के दौरान, यूनानियों ने कला, साहित्य और प्रौद्योगिकी में काफी प्रगति की, लेकिन इस समय अवधि के दौरान सबसे महत्वपूर्ण चीज का आविष्कार हुआ , वह था पोलिस, और शहर और राज्य। पोलिस सैकड़ों वर्षों तक यूनानी राजनीतिक जीवन को परिभाषित करता रहेगा।  (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

साथ ही इस समयावधि के दौरान, ग्रीक वर्णमाला के साथ-साथ लोकतंत्र के शुरुआती संस्थानों का भी विकास हुआ।  प्राचीन ग्रीस से सीखते हुए  बाद में रोमन ग्रीस, बीजान्टिन ग्रीस और ओटोमन ग्रीस , आधुनिक ग्रीस की समय अवधि 1821 में ग्रीक क्रांति के बाद शुरू हुई थी।

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रोचक जानकारी :

ग्रीस की राजधानी एथेंस, पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्व से देश का सबसे महत्वपूर्ण शहर रहा है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

स्थापना: c.800 ईसा पूर्व

संस्थापक : अनिर्दिष्ट

राजधानी : एथेंस

वर्तमान जनसंख्या: 10,768,477 (2017 अनुमान)

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8. जापान (Japan) 

जापान हमेशा देश की स्थापना की तारीख के 660 ईसा पूर्व बताता  है क्योंकि जापान की स्थापना तब हो चुकी थी जब जापान के पहले सम्राट, सम्राट जिम्मू सिंहासन पर बैठे थे और उन्हीं के द्वारा जापान के शाही राजवंश की शुरुआत की। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

सम्राट जिम्मू को जापान का एक पौराणिक  सम्राट माना जाता है और माना जाता है कि राजा जिम्मू सूर्य देवी अमातरासु के वंशज हैं – सम्राट को दो शुरुआती इतिहास, कोजिकी और निहोन शोकी में जापान के पहले सम्राट के रूप में दर्ज किया गया था । 

 जापान के शुरुआती सम्राटों,  में सम्राट जिम्मू के बाद, को भी पौराणिक माना जाता है क्योंकि इस बात के बिल्कुल भी पर्याप्त प्रमाण और सबूत नहीं हैं कि वे वास्तव में मौजूद थे।

हालांकि इतिहासकार यह तय नहीं कर पाय हैं कि ये शुरुआती सम्राट वास्तव में मौजूद थे या नहीं, हालांकि वह ये जानते हैं कि लगभग 13000 ईसा पूर्व से ही लोग एशियाई मुख्य भूमि से जापान पहुंचने लगे थे और जापान का सबसे पुराना इतिहास कोफुन काल (सी.  538 ई.)  से यह जानकारी मिलती है। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

हालांकि सम्राट जिम्मू की कहानी सबसे ज्यादा मिथक है, जापान 11 फरवरी को अपना राष्ट्रीय स्थापना दिवस 660 ईसा पूर्व में सम्राट जिम्मू के स्वर्गारोहण के लिए श्रद्धांजलि के रूप में मनाता है।

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रोचक जानकारी :

दुनिया में जापान जिन चीजों के लिए प्रसिद्ध है उनमें से एक यह है  जापान के नागरिकों की लंबी उम्र;  देश में दुनिया में सबसे ज्यादा जीवन जीने वाले मनुष्य प्रत्याशा है और यहा ऐसे कई लोग है जिनकी उम्र 100 साल से अधिक हैं। जापान में रहने वाले लोगों की उम्र ज्यादा होती है। (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

स्थापना वर्ष: 660 ई.पू

संस्थापक : सम्राट जिम्मू (पौराणिक)

राजधानी : टोक्यो

वर्तमान जनसंख्या: 126,440,000 (2018 की जनगणना)

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9. ईरान (IRAN) 

प्राचीन ईरान 1935 तक पश्चिमी दुनिया में फारस के नाम से जाना जाता था। ईरान की स्थापना अचमेनिद साम्राज्य के तहत 550 ईसा पूर्व  हुई थी।  फ़ारसी साम्राज्य के उदय से पहले, लोगों के कई समूह इस क्षेत्र में रहते थे और बाद में यही जगह  ईरान बन गई ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

रहने वाले लोगों में एलामाइट्स और मेदिया लोग भी शामिल थे, यह लोग  पूर्व-ईरानी सभ्यता के लोग थे जो आज के आधुनिक ईरान के सुदूर पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में रहते हैं । 

मेदिय  वह लोग थे जिनके पास फारसियों के ईरान में कदम रखने तक अधिकांश ईरान पर नियंत्रण था।

साइरस II ( साइरस द ग्रेट के रूप में जाना जाता है) ने 550 ईसा पूर्व के आसपास फारसी साम्राज्य की स्थापना की, इस दौरान उसने मेडियन, लिडियन और बेबीलोनियन साम्राज्यों पर विजय प्राप्त की और ईरान पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया ।  (DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

अचमेनिद साम्राज्य( Achaemenid Empire) ने ईरान पर शासन किया तभी तक शासन किया जब तक सिकंदर  ने 330 ईसा पूर्व में फारसी साम्राज्य पर विजय प्राप्त नहीं की।  1979 में ईरानी क्रांति ने राजशाही को समाप्त करके  एक इस्लामी गणराज्य की स्थापना की बाद में आधुनिक ईरान की स्थापना हुई थी।

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रोचक जानकारी :

ईरान का एक समृद्ध इतिहास है और वर्तमान में 22 यूनेस्को की 22 विश्व धरोहर स्थल ईरान में हैं, जो एशिया में तीसरे सबसे अधिक और दुनिया में 11 वां सबसे अधिक  धरोहर स्थल है ।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

स्थापना: c.550 ईसा पूर्व

संस्थापक : साइरस II

राजधानी : तेहरान

वर्तमान जनसंख्या: 81,672,300 (2018 अनुमान)

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10. सैन मैरिनो (San Marino

बहुत सारे देशों के लंबे लंबे इतिहास हैं,पर सैन मैरिनो को अक्सर दुनिया के सबसे पुराने शहर के रूप में जाना किया जाता है क्योंकि देश 301 ce के बाद से एक निर्बाध संप्रभु राज्य रहा है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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 देश को आधिकारिक तौर पर 3 सितंबर, 301 सीई को स्थापित किया गया था जब सेंट मारिनस ने मोंटे टिटानो पर चर्च बनाया था।  यह छोटी सी चर्च देश की राजधानी सैन मैरिनो शहर में विकसित हुयी ।

सैन मैरिनो दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है। यह देश इतालवी प्रायद्वीप का हिस्सा है।  देश काफी ज्यादा समृद्ध है और इसकी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से वित्त, पर्यटन, सेवाओं और उद्योग पर निर्भर करती है।

सैन मैरिनो में यूरोप की सबसे कम बेरोजगारी दर है,इसके साथ ही कोई राष्ट्रीय ऋण नहीं है, और एक बजट अधिशेष है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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रोचक जानकारी :(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

सैन मैरिनो न केवल सबसे पुराना  राज्य है, बल्कि इसके पास दुनिया का सबसे पुराना संविधान भी है, जो 8 अक्टूबर, 1600 से भी पुराना  है। हालांकि इसके सभी कानून संहिताबद्ध नहीं हैं, इसलिए अमेरिकी संविधान को अक्सर सबसे पुराना माना जाता है।(DUNIYA KE SABSE PURANE DESH) 

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स्थापित: 301 सीई

संस्थापक : सेंट मारिनस

राजधानी : सैन मैरिनो शहर

वर्तमान जनसंख्या: 33,344 (2018 अनुमान)

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By Nihal chauhan

मैं Nihal Chauhan एक ऐसी सोच का संरक्षण कर रहा हू, जिसमें मेरे देश का विकास है। में इस हिंदुस्तान की संतान हू और मेरा कर्तव्य है कि में मेरे देश में रहने वाले सभी हिंदुस्तानियों को जागरूक करू और हिंदी भाषा को मजबूत करू। आपके सहयोग की मुझे और हिंदुस्तान को जरुरत है कृपया हमसे जुड़ कर हमे शेयर करके और प्रचार करके देश का और हिंदी भाषा का सहयोग करे।

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